नई दिल्ली: मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान वोटर-वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) वोटों से मिलान को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। तकनीकी पहलुओं पर चर्चा के बाद कोर्ट द्वारा सभी याचिकाओं को खारिज करने से विपक्ष को झटका लगा है। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि EVM और VVPAT के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। अखिलेश यादव ने दावा किया कि जर्मनी भी मतदान के लिए EVM का उपयोग नहीं करता है और भारत में EVM को हटाने का आग्रह किया। अखिलेश यादव ने भाजपा पर PDA परिवार से डरने का आरोप लगाया और उनके अधिकारों की मांग की। उन्होंने दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी और भाजपा नेताओं के भाषणों में हार के संकेत देखने का दावा किया। उन्होंने विश्वास जताया कि लोग संविधान के रक्षकों के साथ हैं। बता दें कि, ये जर्मनी और दूसरे देश वाले दावे सुप्रीम कोर्ट में भी हुए थे, लेकिन इस पर अदालत ने कहा था, आप उन देशों की आबादी भी देखिए। अब जर्मनी की आबादी 8.5 करोड़ है, जबकि भारत की 140 करोड़। चुनाव आयोग ने कहा कि, इतनी बड़ी आबादी के लिए बैलट बॉक्स से चुनाव कराना संभव नहीं। वहीं, शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ताओं से कहा कि, हम आंख बंद करके सिस्टम पर सवाल नहीं उठा सकते, इससे शक पैदा होता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कहा गया है कि EVM पर भरोसा किया जाना चाहिए, साथ ही अदालत ने बैलट बॉक्स से चुनाव की मांग ख़ारिज कर दी । कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के अररिया में एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर हमला बोलते हुए ईवीएम को लेकर संदेह पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले ने विपक्षी दलों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है, क्योंकि कोर्ट ने साफ कहा है कि बैलेट पेपर से वोटिंग नहीं होगी। पीएम मोदी ने अदालत के फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया, भारत की मतदान प्रणाली की सराहना की और लोकतंत्र के खिलाफ साजिश रचने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अदालत ने लोकतंत्र के साथ विश्वासघात करने की कोशिश करने वालों को करारा झटका दिया है और आज का दिन लोकतंत्र की जीत का प्रतीक है। कॉलेजियम सिस्टम के खिलाफ याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हज़ारों वकीलों को नहीं मिलेगा जज बनने का समान अवसर ! 'घबराए हुए हैं मोदी, स्टेज पर ही आंसू निकल आएँगे..', कर्नाटक से राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर बोला हमला जब भारत में 97.5% तक पहुँच गई थी टैक्स दरें, लोग छुपाने लगे थे अपनी कमाई, सालों तक चला ये नियम!