मोमबत्ती की लौ ने ख़त्म किया परिवार, मामला जानकर काँप उठेगी रूह

भागलपुर: बिहार के भागलपुर में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें मोमबत्ती की आग ने फूस के घर में सो रहे 3 लोगों की जान ले ली। इस घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक लोगों में मां और उनके दो मासूम बच्चे सम्मिलित हैं, जबकि पिता को गंभीर हालत में चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। आग की सूचना पर दमकल की टीम पहुंची एवं देर रात आग पर नियंत्रण पाया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

यह हृदयविदारक घटना जिले के पीरपैंती क्षेत्र के अठनिया गांव में बृहस्पतिवार की रात हुई। गांव के निवासी गौतम सिंह के लिए यह रात उनके जीवन की सबसे भयावह बन गई। उनकी पत्नी और दो बच्चों की आग में झुलसने से मौत हो गई। चूंकि गांव में बिजली नहीं थी, परिवार झोपड़ी में मोमबत्ती जलाकर सो रहा था। अचानक मोमबत्ती पलटने से फूस के घर में आग लग गई। आग कुछ ही मिनटों में विकराल हो गई तथा पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। जब तक गौतम सिंह कुछ समझ पाते, उनकी पत्नी एवं दोनों बच्चे आग की चपेट में आ चुके थे। पड़ोसियों के पहुंचने तक उनकी पत्नी वर्षा देवी, बेटा प्रत्यूष और बेटी ज्योति की मौत हो चुकी थी। गौतम सिंह गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें पहले पीरपैंती के रेफरल चिकित्सालय ले जाया गया, किन्तु हालत बिगड़ने पर उन्हें जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल, भागलपुर रेफर कर दिया गया।

मृतक के चचेरे भाई अंकित ने बताया कि गौतम का परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था। वह एक छोटी किराना दुकान चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। उनका घर भी फूस का बना हुआ था। बृहस्पतिवार की रात सोने से पहले उन्होंने मोमबत्ती जलाई थी। घर में चार लोग सो रहे थे, तभी अचानक मोमबत्ती पलट गई तथा आग लग गई। इस दुर्घटना में 3 व्यक्तियों की मौत हो गई। गौतम को लोगों ने किसी प्रकार बचा लिया। परिजनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए एवं अग्निशमन दल की मदद से देर रात आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। वहीं, गंभीर रूप से घायल गौतम सिंह का उपचार मायागंज चिकित्सालय में जारी है।

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