नई दिल्ली: भारत और कनाडा के बीच विवाद गहराता जा रहा है। हाल ही में भारत ने कनाडा बॉर्डर सर्विस एजेंसी (CBSA) में कार्यरत संदीप सिंह सिद्धू को आतंकवादी सूची में डाल दिया है। भारत ने संदीप को भगोड़ा घोषित करते हुए उसकी जानकारी कनाडा को दी है। भारत के मुताबिक, संदीप सिंह सिद्धू प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का सदस्य है और पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है। उसका खालिस्तान समर्थक आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे और आईएसआई के अन्य एजेंटों के साथ संबंध है। इसके अलावा, संदीप का नाम शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या में भी जुड़ा है। बलविंदर सिंह संधू ने खालिस्तान जनमत संग्रह का विरोध किया था और उन्हें अक्टूबर 2020 में मारा गया था। भारत ने कनाडा को जानकारी दी है कि संदीप सिद्धू सीबीएसए में हाल ही में सुपरिंटेंडेंट पद पर प्रमोट हुआ है। भारत ने उसके प्रत्यर्पण की भी माँग की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने कम से कम 26 बार प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया है, लेकिन कनाडा ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कनाडा और भारत के बीच विवाद तब बढ़ा था जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा ने भारतीय राजनयिकों पर आरोप लगाया था कि वे खालिस्तान समर्थकों की जानकारी भारत को दे रहे हैं। भारत ने इन आरोपों का खंडन किया था और बाद में यह भी सामने आया कि कनाडा के पास इन आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं है। 'देशहित में जरुरी है दंगाइयों की ठुकाई..', बहराइच हिंसा पर बोले मुख़्तार अब्बास नकवी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी का इस्तीफा क्यों मांग रही कांग्रेस? 'हम तभी चैन की सांस लेंगे जब..', झारखंड में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह का बयान