नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद और कानून की छात्रा के मामले में शुक्रवार को कई नई बातें प्रकाश में आईं हैं. राजस्थान के दौसा जिले से सकुशल बरामद हुई पीड़िता को यूपी पुलिस ने कड़े सुरक्षा के बीच शुक्रवार (20) शाम सर्वोच्च न्यायालय में पेश किया. यूपी के शाहजहांपुर जिले की SP (ग्रामीण) अपर्णा शाम लगभग पांच बजे पीड़िता को लेकर दिल्ली पहुंचीं. जस्टिस आर. भानुमति और जस्टिस ए.एस. बोपन्ना की पीठ के सामने पीड़ित छात्रा को पेश किया गया. काफी देर तक छात्रा और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई. बातचीत खत्म होने के बाद जस्टिस आर. भानुमति ने केवल इतना बताया कि छात्रा ने फिलहाल यूपी जाने से मना कर दिया है. साथ ही उसने कहा है कि जब तक वह अपने माता-पिता से नहीं मिल लेती, तब तक उसे दिल्ली में ही सख्त सुरक्षा पहरे में रखा जाए. इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि वह पीड़िता की सुरक्षा का इंतज़ाम करे. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी से पीड़ित लड़की के माता-पिता को सकुशल दिल्ली लाने का भी बंदोबस्त करे. सूत्रों ने बताया कि भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाने वाली छात्रा ने न्यायाधीशों के सामने यह भी कहा कि वह डर की वजह से शाहजहांपुर से चली गई थी. उसे सुरक्षित निकालने में उसके ही कॉलेज के तीन-चार छात्रों ने सहायता की थी. जब वह अपने दोस्तों के साथ छिपती फिर रही थी, उसी दौरान उसे और उसके दोस्त को पुलिस ने राजस्थान से बरामद कर लिया. प्रकाश जावड़ेकर का दावा, कहा - महाराष्ट्र और बंगाल चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करेगी भाजपा पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में राहुल गाँधी को समन जारी, दिया था ये बयान 53 साल बाद टूटेगी शिवसेना की परंपरा, वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे आदित्य ठाकरे