तेलंगाना: पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक संगठन में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है, जहां हर दिन किसी न किसी बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है, और इस हंगामे के साथ ही राजनीतिक दल में भी काफी बगावत देखने को मिलती है. हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को कहा है कि सरकार सोमवार को शुरू हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान राज्य में मौजूदा COVID स्थिति और हाल ही में हुई बारिश की वजह से उत्पन्न हुई पीड़ा सहित सभी सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा और बहस करने वाली है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'सरकार राजनीतिक दलों द्वारा प्रस्तावित सभी मुद्दों पर भी चर्चा करने के लिए तैयार है, भले ही इसका मतलब सत्र को कुछ और दिनों तक बढ़ाना है, लेकिन उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे सभी तथ्यों को सदन में रखने के लिए तैयार हो जाएं ताकि लोगों को सरकारी कार्रवाइयों के बारे में पता चल सके. मुख्यमंत्री प्रगति भवन में मंत्रियों से चर्चा करने और सत्र में अपनाई जाने वाली रणनीति पर बोल रहे थे. बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोनावायरस की रोकथाम, कोविड-19 रोगियों को दिए गए चिकित्सा उपचार, राज्य में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार, भारी वर्षा के कारण फसलों को होने वाले नुकसान और किए जाने वाले उपायों, श्रीसेलम हाइडल परियोजना में हुई अग्नि दुर्घटना, विद्युत क्षेत्र में उपलब्धियां, नया राजस्व अधिनियम और आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रायलासीमा लिफ्ट सिंचाई योजना के अवैध निर्माण से संबंधित मामलों पर चर्चा और बहस आयोजित की जाएगी . चंद्रशेखर राव ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि सत्र के दौरान चर्चा के लिए आने वाले मुद्दों पर सभी जानकारी के साथ जागरूक रहें . दिल्ली में शुरू हुआ कोरोना महामारी का दूसरा दौर ? स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिया जवाब सीएम योगी ने दिए कानपुर में 12 घंटे के भीतर एंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश कोरोना: टीम 11 की बैठक में सख्त हुए सीएम योगी, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश