भोपाल : मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जहा एक और सियासत के गलियारों में उथल पुथल शुरू हो गई है. वही दूसरी और जिला प्रशासन ने चुनावों को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है . भोपाल में इस बार 4 लाख 98 हजार मतदाता के मतदान से प्रत्याशियों की हार या जीत का फैसला करेगा. इन वोटरों में 21382 ऐसे मतदाता है, जो पहली बार मतदान के अधिकार का उपयोग करेंगे .इस क्रम में बैरसिया और नरेला क्षेत्र में सर्वाधिक 53 हजार नए वोटर जुड़े है. वही राजनितिक दलों के दफ्तरों में भी गहमा-गहमी शुरू हो गई है. एक और बीजेपी अपनी सत्ता को बचाने और इतिहास रचने की कवायद में जुटी है तो. दूसरी और कांग्रेस इस बार सरकार की गलतियों को मुद्दा बनाकर उसे सत्ता से बेदखल करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. खबरों के अनुसार कांग्रेस अभी तक ज्तोतीरादित्य और कमल नाथ में से किसी एक के नाम पर मोहर लगाने का मंथन कर रही है .वही बीजेपी का ध्यान चुनावी रणनीति तय करने में लगा हुआ है. पिछले कुछ समय से शिवराज सरकार लगातार सवालो के घेरे में भी है और हाल ही में हुए निकाय चुनावों में कांग्रेस ने कड़ी टक्कर देते हुए स्कोर 18 मे से 9 - 9 कर टाई किया है. राज्य में तीसरे दाल के लिए फ़िलहाल ज्यादा कुछ नहीं है. शिवराज का ग्राफ गिर रहा है - अजय सिंह कांग्रेस में एमपी के सीएम चेहरे की जंग शुरू दो उप चुनावों में शिवराज और सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर