जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीपी का गठबंधन अचानक से टूट गया. इस गठबंधन के टूटने के बाद कई सवाल खड़े हुए है. इसी बीच गठबंधन टूटने के कुछ समय पहले का एक कॉल जो जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने महबूबा मुफ्ती को किया. ऐसा क्या था इस फोन में जो कुछ समय तक चुप्पी साधने के बाद महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल से सीधे इस्तीफा सौंपने का जिक्र कर दिया. दरअसल कल आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी ने अपना समर्थन वापस लेने से पहले जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने महबूबा मुफ्ती को एक फोन किया. फोन के समय महबूबा मुफ्ती सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में थीं. तभी मुख्य सचिव बी बी व्यास के पास राज्यपाल का फोन कॉल आया और उन्होंने तत्काल मुख्यमंत्री से बात कराने के लिए कहा. राज्यपाल ने महबूबा को बीजेपी के फैसले की जानकारी दी जो उन्हें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना द्वारा भेजे गए एक पत्र से मिली थी. महबूबा मुफ्ती के पास आए इस कॉल पर कुछ देर चुप बैठने के बाद महबूबा ने राज्यपाल से कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी से बात करने की कोई जरूरत नहीं है वो अपना इस्तीफा जल्द ही सौंप रही है. इसके बाद ही शाम को महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्तीफा सौंप दिया. वहीं महबूबा ने इस बारे में अपने बयान में कहा कि "बीजेपी और हम अलग विचारधारा की पार्टियां है, बीजेपी के साथ गठबंधन राज्य को कुछ अच्छा देने के लिहाज से किया गया था न कि सत्ता के लालच में." आप के पूर्व नेता ने कुछ यूँ ली 'मन की बात' पर चुटकी अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से भी खुद को अलग किया जम्मू&कश्मीर: सरहद पर तनाव है क्या, कुछ पता तो करो चुनाव है क्या?