हमारे जीवन में घर के दरवाज़े बहुत मायने रखते है क्योंकि सुख हो या दुःख इनका संबंध भी इन्ही दरवाजों से जुड़ा रहता है. लेकिन इससे भी ज्यादा जरुरी घर का मुख्य द्वार होता है यदि घर का मुख्य द्वार सही न हो तो इससे घर में अनेको परेशानी बनी रहती है. और वह मुख्य द्वार सही हो तो घर में परेशानियां दस्तक तक नहीं देती है. वास्तु दोष के मुताबिक अगर घर का मुख्य द्वार ही गन्दा रहेगा तथा द्वार के सामने गंदगी रहती है तो इससे घरो में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. और यदि घर और घर के मुख्य द्वार को साफ़ सुथरा बनाये रखेंगे तो घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है और माता लक्ष्मी का भी आगमन बना रहता है, वास्तुशास्त्र के मुताबिक आज हम घर के मुख्य द्वार के बारे जानेगे- घर के मुख्य द्वार के सामने व दीवारों पर शुभ-लाभ या स्वास्तिक का चिन्ह होना जरुरी है इससे घर में निगेटिव ऊर्जा प्रवेश नहीं करती. घर के मुख्य द्वार के सामने किसी भी प्रकार का गड्ढा या खम्बा नहीं होना चाहिए इससे घर में धन हानि हो सकती है और घर में कलह की वजह बन सकती है. यदि हम घर को और घर के मुख्य द्वार को साफ़ सुथरा बनाए रखते है तो घर में सुख शान्ति बनी रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. घर के मुख्य द्वार पर पीपल, आम, या अशोक के पत्तो की माला बनाकर प्रवेश द्वार पर बाँध दे, और सूखने के बाद दूसरी माला बना कर फिर बांध दें. यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहना चाहिए. ऐसा करने से घर में किसी की बुरी नज़र नहीं लगेगी. वास्तु के ये नियम, जो बनाते है वैवाहिक जीवन को खुशनुमा जानिए घर में आने वाली बहू भाग्यशाली होगी या नहीं हर नारी में मौजूद है माँ दुर्गा के यह नौ रूप शुक्रवार के दिन करेंगे अगर ये काम तो माता लक्ष्मी होंगी प्रसन्न