क्या पारा बढ़ने पर आप आसानी से चिढ़ जाते हैं और परेशान हो जाते हैं? अगर ऐसा है, तो आप अकेले नहीं हैं। तापमान बढ़ने पर कई लोगों में चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। लेकिन इस घटना के पीछे क्या है? आइए इस बात के पीछे के विज्ञान को जानें कि जब बाहर गर्मी होती है तो हम इतने चिड़चिड़े क्यों हो जाते हैं। मनोवैज्ञानिक डॉ. विजयश्री बजाज के अनुसार, अत्यधिक गर्मी लोगों में चिड़चिड़ापन बढ़ा सकती है। जब तापमान बढ़ता है, तो हमारे शरीर और दिमाग में कई तरह के बदलाव आते हैं, जो झुंझलाहट और निराशा की भावनाओं को जन्म दे सकते हैं। डॉ. बजाज बताते हैं कि गर्मी के मौसम में चिड़चिड़ापन बढ़ने के कारणों में नींद की कमी, हार्मोनल परिवर्तन और निर्जलीकरण शामिल हैं। जब बाहर गर्मी होती है, तो हमारी नींद का पैटर्न बाधित हो सकता है, जिससे थकान और तनाव से निपटने की क्षमता कम हो सकती है। इसके अलावा, शरीर का हार्मोनल संतुलन गर्मी से प्रभावित होता है, जिससे कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन निकलते हैं, जो चिंता और चिड़चिड़ापन को बढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, खुद को ठंडा करने के लिए शरीर के बढ़ते प्रयास से हृदय गति बढ़ सकती है, जिससे हमारी मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। डॉ. कहते हैं कि जब हम थके हुए होते हैं, तो हमें अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना और तनाव का सामना करना चुनौतीपूर्ण लगता है। गर्मी शारीरिक असुविधा का कारण भी बन सकती है, जिससे हमारी चिड़चिड़ाहट और बढ़ जाती है। तो, यह सिर्फ़ हमारी कल्पना नहीं है - विज्ञान स्पष्ट है: अत्यधिक गर्मी हमें चिड़चिड़ा बना सकती है! तो, अगली बार जब आप तापमान बढ़ने पर खुद को परेशान पाते हैं, तो याद रखें कि यह सिर्फ़ आप नहीं हैं - यह गर्मी है! गहरी साँस लें, हाइड्रेटेड रहें, और ठंडा होने के तरीके खोजने की कोशिश करें। आपकी समझदारी (और आपके आस-पास के लोग) आपको धन्यवाद देंगे! लंबे समय बाद फिर पर्दे पर दिखेगी ये मशहूर जोड़ी, बनने जा रहा है इस फिल्म का सीक्वल! अनंत अंबानी की शादी में अक्षय कुमार ने किया कुछ ऐसा, फैंस कर रहे तारीफ कोरोना के बाद अंबानी परिवार के जश्न में शामिल हुए अक्षय कुमार, इस अवतार में आए नजर