'इस देश का इतिहास गवाह है..,' बंटेंगे तो कटेंगे पर फडणवीस ने लगाई मुहर

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा "बंटेंगे तो कटेंगे" चर्चा का विषय बन गया है। जहां कुछ इसे आपत्तिजनक मान रहे हैं, वहीं भाजपा का कहना है कि यह नारा लोगों को जागरूक करने के लिए है कि विभाजन नुकसानदायक हो सकता है। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस नारे का समर्थन किया है और इसे भारतीय इतिहास से जोड़ा है। 

फडणवीस ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब भी भारत में जाति, समुदाय या राज्य के आधार पर विभाजन हुआ है, देश ने इसका नुकसान उठाया है। उन्होंने कहा कि इस नारे का मतलब केवल यह है कि अगर समाज बंटेगा, तो नुकसान होगा। उनके अनुसार, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, और इस पर सवाल उठाने का भी कोई कारण नहीं है। फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का भी समर्थन किया जिसमें कहा गया था कि विपक्ष ओबीसी समुदाय को बांटने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका में राहुल ने एक बयान देकर इशारा किया था कि वह भारत में जातियों के आधार पर विभाजन करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में 350 ओबीसी जातियां और 54 उपजातियां हैं जो एकजुट होकर अपनी मांगों को उठाती हैं। अगर इनमें विभाजन हुआ, तो उनकी आवाज़ को अनसुना कर दिया जाएगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक दल "वोट जिहाद" के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं और इसे रोकने के लिए धर्मयुद्ध के रूप में जवाब देना होगा।

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