आज प्रकाशोत्सव का प्रथम दिवस है। दिवाली के पूर्व मनाया जाने वाला यह पर्व धन की प्राप्ति और उसके संवर्धन का उत्सव है। लोक मान्यता है कि आज ही के दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस मान्यता के मूल में स्वास्थ्य को सर्वोत्तम धन के रूप में प्रतिष्ठित करने की अवधारणा है। स्वास्थ्य ही वह साधन है जो हमें जीवन के समस्त सुखों के उपभोग के लिए सक्षम बनाता है इसलिए स्वास्थ्य संरक्षक अमृत-प्राप्ति का यह पर्व धन-तेरस के नाम से मनाया जाता है। जीवन के सबसे बड़े धन की प्राप्ति का हेतु “अमृत” के प्रथम-वाहक भगवान धन्वंतरि की कृपा आप सब पर निरंतर बनी रहे। धनतेरस का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर का पूरा दिन खरीदी के लिए शुभ है। इस दिन रवि-प्रदोष का संयोग होने से आभूषण, पीतल के बर्तन, सोना-चांदी खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा। इस दिन शाम 5.56 से रात 8.26 तक प्रदोष वेला रहेगी, जिसमें वस्तुएं खरीदना काफी शुभ रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि और ऐंद्र योग भी रहेगा, जिसमें मां लक्ष्मी और कुबेर का पूजन समृद्धि में वृद्धि करने वाला रहेगा। फिल्म 'कांतारा' पर विवाद शुरू, एक्टर के खिलाफ हिंदू भावनाओं को 'आहत' करने की शिकायत दर्ज तेजी से फ़ैल रहा है डेंगू, जानिए लक्षण और कैसे करें बचाव कोरोना की चपेट में आई ये खिलाड़ी