नई दिल्ली: त्यौहारों के सीजन में पूर्वांचल के लोगों को मां दुर्गा की मूर्ति का दर्शन करने के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी. धर्म की नगरी काशी सहित पूर्वांचल में दुर्गा पूजा की तैयारियां चरम पर हैं. नवरात्रि के दौरान पूजा पंडालों में माँ दुर्गा की मूर्तियां देर से स्थापित होंगी. षष्ठी यानी छठे दिन के पहले धर्मनगरी काशी के पूजा पंडालों में मां की मूर्ति स्थापित नहीं हो सकेगी. ऐसा इसलिए, क्योंकि प्रतिमा बनाने वालों ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शासन-प्रशासन की तरफ से स्पष्ट दिशानिर्देश आने में देर हुई. इस देर को ही पूजा पंडालों में प्रतिमाएं रखे जाने में देर के पीछे बड़ी वजह बताया जा रहा है. दुर्गा पूजा को लेकर छाई रही अनिश्चितता की वजह से तैयारियां प्रभावित हुईं. दिशानिर्देश देर से आने के चलते मूर्तिकारों पर हद से अधिक वर्क लोड बढ़ गया. काशी के मूर्तिकार भी अजीबोगरीब धर्मसंकट में पड़ गए हैं. यदि वे दुर्गा मूर्तियों के निर्माण का ऑर्डर नहीं लेते हैं तो जनता की आस्था पर चोट पहुंचेगी. और अगर वे आर्डर लेते हैं तो प्रतिमा का निर्माण वक़्त पर पूरा करना भी बड़ी चुनौती बन गया है. कोरोना महामारी के कारण पहले शासन और फिर जिला प्रशासन की तरफ से मिले देर से दिशा-निर्देशों और मानक अनुसार मूर्ति की इजाजत ने इस बार दुर्गा पूजा के उत्साह को फीका कर दिया है. यही कारण है कि दुर्गा प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों ने नवरात्रि के छठे दिन के पहले किसी भी मूर्ति की डिलीवरी रद्द कर दी है. नतीजतन अब पंडालों में दुर्गा मूर्तियां षष्ठी यानी छठे दिन ही स्थापित हो पाएंगी. सेंसेक्स के आंकड़ों में हुई बढ़तरी कबीर अहमद शाकिर को टाटा कम्युनिकेशंस के नए सीएफओ के रूप में किया नियुक्त धीरूभाई से मिली Jio शुरू करने की मूल प्रेरणा: मुकेश अंबानी