इंदौर/ब्यूरो: इंदौर के प्रसिद्ध कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय से एक अच्छी खबर सामने आ रही है आपको बता दे की कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में बाघों के कुनबे में रविवार को इजाफा हो गया। जिसके चलते प्राणी संग्रहालय में मौजूद बाघिन रागिनी ने दो शावकों को जन्म दिया है। जिसके बाद परिसर में ख़ुशी का माहौल देखा जा रहा है आपको बता दे की शावकों में एक सफेद शावक पर काले रंग की धारियां है तो दूसरे पर पीले व काले रंग की धारियां बनी हुई है। दोनों नन्हे शावकों के आने से जू में अब बाघों की संख्या 14 हो गई है। इनमें से 6 फिलहाल शावक हैं, जबकि 8 युवा हो चुके हैं। कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि सालभर पहले अप्रैल 2021 में नंदन कानन जूलॉजिकल पार्क ओडिशा से व्हाइट टाइगर रागिनी के साथ ही ब्लैक टाइगर को इंदौर लेकर आए थे। जिसके बाद रागिनी और काले बाघ को साथ रखा जा रहा था ताकि टाइगर का कुनबा बढ़ सके। जू में पूरी तरह से सफेद बाघ की संख्या दो हो गई है। साथ ही प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि व्हाइट टाइगर लाने के लिए चिड़ियाघर को खास प्रयास करने पड़े थे। 2013 के बाद से चिड़ियाघर में व्हाइट टाइगर नहीं था। इसके बाद सेंट्रल जू अथॉरिटी की अनुमति से 2021 में नंदन कानन जूलॉजिकल पार्क से एक सफेद बाघ मिला था। बता दें कि इसी साल अप्रैल में एक अन्य बाघिन जमना ने भी 4 शावकों को जन्म दिया था। जू केयरटेकर निहार पारूलकर ने बताया कि रागिनी से जन्मे दोनों बच्चों पर निगरानी रखी जा रही है। उसे किसी तरह से असहजता महसूस न हो, इसके लिए कैमरों के जरिए निगरानी रखी गई है। इंदौर प्रदेश का ऐसा चिड़ियाघर है जहां पीले, सफेद और काले तीनों रंग के बाघ हैं।कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय अपने आप में ही अनोखा स्थल है। यह विभिन्न प्रकार के प्राणी और देशी विदेशी दोनों ही प्रकार के प्राणी यह मौजूद है, जिन्हे देखने बड़ी संख्या में लोग यह पहुंचते है। बाइक टकराने की बात पर दो पक्षों में हुई जमकर मारपीट कांवड़ यात्रियों के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा, ट्रक एवं भार वाहनों के प्रवेश कर लगा प्रतिबंध देशभर में नहीं थम रहा घटनाओं का कहर, कभी हाथरस तो कभी मध्यप्रदेश में हो रहे हादसे