'द केरल स्टोरी' फिल्म का झकझोर देने वाला ट्रेलर रिलीज हो गया है। यह केरल में धर्मांतरण कराकर आतंकवाद की आग में झोंकी गई लड़कियों की कहानी को मार्मिक तरीके से पेश किया गया है। ट्रेलर में केरल के हिंदू परिवार की शालिनी उन्नीकृष्णन के फातिमा बनने की दर्दनाक कहानी दिखाई गई है तथा इसके माध्यम से प्रदेश के ISIS कनेक्शन का पर्दाफाश करने का एक बेहतरीन प्रयास किया गया है। ट्रेलर के आरम्भ में एक हंसते-खेलते परिवार का दृश्य है, जहां एक मां अपनी बेटी को हाथ से खाना खिलाती है, दुलारती है। परिवार में खुशहाली है। लेकिन, परिवार की यह खुशहाली अतीत की बात हो चली है तथा कारण है धर्मांतरण। परिवार की बेटी शालिनी उन्नीकृष्णन को एक दूसरे धार्मिक समुदाय के व्यक्तियों ने अपना धर्म कुबूल कराया। शालिनी को फातिमा बनाया गया, उसका निकाह कराया तथा फिर इसके पश्चात् झोंक दिया आतंकवाद की आग में। यह केवल शालिनी की कहानी नहीं है, बल्कि केरल प्रदेश की हजारों लड़कियों की कहानी है। ट्रेलर में शालिनी से पूछा जाता है, 'ISIS कब जॉइन किया?' इस पर जवाब प्राप्त होता है, 'ISIS कब जॉइन किया, ये जानने के लिए क्यों और कैसे जॉइन किया ये जानना अधिक आवश्यक है।' इसके बाद वह पूरी प्लानिंग दिखाई गई है, जिसके तहत ब्रेनवॉश करके लड़कियों को इस्लाम कुबूल कराया गया। ट्रेलर में 2006 से लेकर 2011 तक केरल के सीएम रहे वी एस अचुतानंदन के एक कथित बयान का भी हवाला दिया गया है, जिसमें बताया गया कि अगले 20 सालों में केरल इस्लामिक स्टेट बन जाएगा। प्रदेश में धर्मांतरण की कलई खुलती है तो पता चलता है कि यह एक ग्लोबल एजेंडा है। धर्मांतरण केवल हिंदू लड़कियों का ही नहीं, बल्कि ईसाई लड़कियों का भी कराया गया तथा अंजाम सभी का एक हुआ। अपने घर से भागी ये लड़कियां आतंकवाद की आग में झोंकी गईं। अत्याचार किए गए एवं फिर रेगिस्तान में दफन होने के लिए विवश की गईं। बता दें कि यह फिल्म केरल राज्य में लापता हुई 32 हजार महिलाओं के पीछे की घटनाओं का खुलासा करती है, जो कि केरल को झकझोर कर रख देने वाली कहानियों में से एक है। यह फिल्म 5 मई को रिलीज होगी। इस वजह से टॉयलेट साफ़ करने लगे थे विनोद खन्ना मुसलमानों को लेकर फिरोज खान ने दिया था ऐसा बयान, मच गया बवाल इस उम्र में भी शारीरिक संबंध बनाना चाहती थी ज़ोहरा सहगल