चोरी छिपे भाभी की बहन से मिलने पहुंचा शख्स, अचानक पहुंचे गांववाले और फिर...

पटना: इन दिनों बिहार में प्रेमी जोड़ों की शादी घर के बजाय मंदिरों में अधिक हो रही है। बीते 1 महीने में जहानाबाद, अरवल, सीतामढ़ी तथा मुंगेर के अतिरिक्त बिहार के कई क्षेत्रों में प्रेमी जोड़ों की शादी मंदिर या थाने में हुई। इस बीच एक और घटना नालंदा के रहुई थाना इलाके के पेशौर गांव से आई है। जहां बुधवार को प्रेमी और प्रेमिका एक दूसरे से चुपके से मिलने पहुंच गए। उन्हें पता नहीं था कि आसपास के लोग उन्हें देख रहे हैं। लोगों ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया तथा गांव ले गए। पंचायत हुई और दोनों को शादी के बंधन में बांध दिया। इस के चलते लड़के ने विरोध करने की कोशिश की किन्तु किसी ने उसकी और दोनों की शादी करा दी। 

दरअसल, शेखपुरा जिला के बरबीघा थाना इलाके के अलीनगर गांव निवासी अजीत पासवान अपने भाई के ससुराल पेशौर गांव आया हुआ था। अजीत पासवान बीते 3 माह से अपने भाई की साली से चोरी छुपे मिल रहा था। प्रेमिका से मिलने अजीत फिर से अपने भाई के ससुराल आया हुआ था। बुधवार दोनों को पकड़ लिया। फिर युवक के परिवार को बुलाया गया तथा ग्रामीणों की सहायता से दोनों की शादी गांव के शिव मंदिर में करा दी गई। प्रेमी जोड़े ने कहा कि उनकी शादी मंजूरी से हो रही है। उनके साथ किसी प्रकार की कोई जबरदस्ती नहीं की गई। 

वही एक के बाद एक मंदिर में प्रेमी जोड़ों के हो रहे विवाह को कुछ लोग सामाजिक परिवर्तन बता रहे हैं, तो कुछ बेटी के पिता की मजबूरी करार देकर ऐसी शादियों को उचित ठहरा रहे हैं। ये शादियां बगैर दहेज तथा बिना किसी तामझाम से रही हैं। किसी पक्ष का कोई खर्च नहीं हो रहा है। केवल मंदिर में वर वधु जाते हैं तथा शादी कर लेते हैं। ये बदलाव कई लोगों के लिए फायदेमंद सिद्ध हो रहा है।

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