नई दिल्ली: एयर इंडिया के लिए फाइनेंशियल बोली का ऐलान आज किया जा सकता है. कई मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि टाटा सन्स की बोली को हरी झंडी मिल गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ग्रुप के चेयरमैन एमीरिटस रतन टाटा और टाटा सन्स के प्रमुख एन चंद्रशेखरन गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे और एयर इंडिया को लेकर चर्चा करेंगे. वहीं, पूर्ववर्ती योजना आयोग (वर्तमान में नीति आयोग) के उपाध्यक्ष रहे मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने गुरुवार को कहा कि कर्ज में डूबी एयरलाइन एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए टाटा ग्रुप से बेहतर हालात देश के किसी अन्य कॉर्पोरेट घराने की नहीं है. टाटा संस सरकार द्वारा संचालित एयरलाइन के अधिग्रहण के लिए शीर्ष बोलीदाता के तौर पर भी सामने आया है, किन्तु बोली को गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाले मंत्रियों के एक समूह द्वारा अनुमोदित किया जाना शेष है. ऑनलाइन आयोजित एक कार्यक्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए अहलूवालिया ने कहा कि, 'आपके पास टाटा से बेहतर स्थिति वाला कॉर्पोरेट नहीं हो सकता है, हम टाटा को Air India सौंप सकते हैं.' बता दें कि जहांगीर रतनजी दादाभाई (JRD) टाटा ने 1932 में एयरलाइन की स्थापना की थी, उस समय इसे टाटा एयरलाइंस के नाम से जाना जाता था. यह अंतरराष्ट्रीय सेवा भारत में पहली सार्वजनिक-निजी भागीदारी में से एक थी, जिसमें सरकार की 49 प्रतिशत, टाटा की 25 प्रतिशत और बाकी जनता की हिस्सेदारी थी. एयर इंडिया का 1953 में राष्ट्रीयकरण किया गया था. सरकार राष्ट्रीय एयरलाइन में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का प्रयास कर रही है. भारत की अर्थव्यवस्था में एक बार फिर से हो सकता है सुधार: विश्व बैंक बड़ी खबर: ग्राहक अब बिना इंटरनेट के भी कर सकते है पेमेंट, जानिए कैसे रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 22 के लिए आर्थिक विकास दर को रखा बरक़रार