नई दिल्ली: चुनावों में अपनी शिकस्त के लिए इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर ठीकरा फोड़ने वाले विपक्षी दलों को निर्वाचन आयोग ने रिमोट वोटिंग मशीन (RVM) का डेमो दिखाया, मगर विपक्ष ने इस पर भी सवाल उठा दिए। देश की सबसे पुरानी राजनितिक पार्टी कांग्रेस ने कहा है कि ऐसी किसी मशीन की आवश्यकता ही क्या है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा है कि चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ाने के अन्य रास्ते भी हैं। बता दें कि, इस बैठक में 8 राष्ट्रीय दलों और राज्यों के मान्यता प्राप्त 40 पार्टियों ने RVM का डेमो देखा। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने RVM के डेमो के लिए चुनाव आयोग (EC) की तरफ से आयोजित सियासी दलों की बैठक में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से कहा कि, कोई भी विपक्षी दल RVM के प्रदर्शन को नहीं देखना चाहता। पहले ऐसी मशीन की जरुरत का मुद्दा सुलझाया जाना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'मुझे लगता है कि जब तक आम सहमति नहीं बन जाती, तब तक RVM का प्रदर्शन न हो। हमें RVM का विचार स्वीकार्य नहीं है। आयोग को पहले देश के विशिष्ट नागरिकों की तरफ से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के संबंध में उठाई गई चिंताओं का समाधान करना चाहिए। AAP के नेता संजय सिंह ने भी RVM की आवश्यकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वोटर्स की भागीदारी को बढ़ाने के दूसरे रास्ते भी हैं। उन्होंने कहा कि, हम विभिन्न राज्यों में RVM का इस्तेमाल करने वाले पात्र प्रवासी मजदूरों के बीच प्रचार अभियान कैसे चलाएंगे? यदि केवल एक सीट पर उपचुनाव है, उदाहरण के तौर पर जलंधर में, तब RVM अस्वीकार्य है। 'भारत को लोकतंत्र इस्लाम ने दिया..', ओवैसी के दावे पर नेटीजेंस बोले- इस्लामी देशों को क्यों नहीं दिया ? 'भीख मांगने पर मजबूर कर दिया..', पाकिस्तान में क्यों वायरल हो रहे पीएम मोदी के Video ? Fact Check: छपरा में नहीं फंसा गंगा विलास क्रूज़, फिर अखिलेश यादव ने क्यों फैलाया झूठ ?