कोरोना ने हर तरफ अपना कहर बरपा रखा है वही पीएम के प्रधान वैज्ञानिक प्रो के विजयराघवन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वर्तमान में चल रहे कोरोनावायरस के लहर का पीक आवर माह के आखिर में होने की संभावना है। एक इंटरव्यू में, प्रोफेसर ने कहा कि कोरोना के व्यापक प्रसार के पीछे एक नहीं बल्कि कई वजह हैं जो इस वक़्त देखी जा रही हैं। वही बृहस्पतिवार को भारत ने 3,14,835 नए कोरोना मामलों को दर्ज किया, जो कि एक दिन में सबसे अधिक संक्रमित व्यक्तियों की संख्या है। बीते 24 घंटों में इस महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 2,104 दर्ज किया गया है। निरंतर आंकड़े में बढ़त को देखते हुए प्रो विजयराघवन ने कहा, “हम वास्तव में बड़ी संख्या में मामलों को देख रहे हैं तथा यह बहुत चिंता की वजह है, किन्तु शोध के मुताबिक, कोरोना को पीक आवर तक पहुंचने और वापस सामान्य होते हुए तकरीबन 12 हफ्ते की अवधि लगती है तथा हमें इस 12 सप्ताह के वक़्त की दृष्टि से देखना होगा। उन्होंने कहा कि पहले की भांति ही यदि कोरोना के पीक लहर को देखें तो हमें अगले महीने के आरम्भ में या इस महीने के अंत तक संक्रमित लोगों की संख्या में गिरावट देखना आरम्भ कर देना चाहिए। उन्होंने कहा इस बीच, यहां दिए गए नए वेरिएंट्स को ध्यान में रखते हुए, स्ट्रैटिंस एवं लार्जस्केल टीकाकरण, सामाजिक दुरी जैसे हेल्थकेयर के हर पहलू पर ध्यान देने के उपाय करने होंगे। इसलिए, वर्तमान में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए कि हम अभी क्या कर सकते हैं। बाकी वेरिएंट से बहुत खतरनाक है नया ‘ट्रिपल म्यूटेंट वेरिएंट’, इस राज्य में आया नजर अगले कुछ घंटों में यूपी-हरियाणा में होगी बारिश, दिल्ली भी होगी तरबतर सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के हालात को बताया राष्ट्रीय आपातकाल, वेदांत की याचिका पर आज सुनवाई