उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में कल प्रातः जीआरपी थाना पुलिस को रेलवे स्टेशन पर एक वृद्ध की लाश मिलने की खबर प्राप्त हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तहकीकात की, तो पाया कि मृतक साधु के वेश में था। सामान की तलाशी के चलते पुलिस को मृतक के पास से आधार कार्ड मिला, जिससे उनकी पहचान माणकलाल खारीवाल, निवासी भाटी बड़ोदिया, रतलाम के तौर पर हुई। यह भी पता चला कि माणकलाल कोरोना लॉकडाउन के दौरान घर से निकले थे तथा वापस नहीं लौटे। 63 वर्षीय माणकलाल की लाश प्लेटफार्म नंबर 1 पर पाई गई थी। पुलिस ने आधार कार्ड में दिए गए पते के मुताबिक मृतक के परिजनों से संपर्क किया। माणकलाल के बेटे गोविंद खारीवाल को स्टेशन बुलाया गया, जिन्होंने शव की पहचान की। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया तथा फिर परिजनों को सौंप दिया गया। गोविंद ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अक्सर घूमने जाते थे, मगर इस बार लॉकडाउन के चलते घर से निकले थे और फिर कभी लौटकर नहीं आए। माणकलाल भगवान की पूजा-अर्चना में लीन रहते थे तथा साधु की भाँती जीवन गुजारने लगे थे। गोविंद को उम्मीद थी कि उनके पिता सुरक्षित वापस लौटेंगे, मगर उनका शव मिलने से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के चलते परिजनों एवं जान-पहचान वालों का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के पश्चात् शव को परिजनों को सौंप दिया। परिजनों को अभी भी भरोसा नहीं हो रहा है कि माणकलाल की इस प्रकार मृत्यु हो जाएगी। तगड़ी सुरक्षा भेदकर गर्लफ्रेंड को भगा ले गया बॉयफ्रेंड, बालिका गृह में मचा हंगामा हिंदू-मुस्लिम के बाद अब धार भोजशाला पर जैन समाज ने किया दावा, सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका MP में '3 इडियट्स' स्टाइल में हुई महिला की डिलीवरी, चौंकाने वाला है मामला