मुंबई: महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने 21 विदेशी नागरिकों और तब्लीगी जमात के सदस्यों को अरेस्ट किया था। पुलिस इंस्पेक्टर ने कोरोना वायरस के कहर के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में तब्लीगी जमात आयोजन के बाद मुंब्रा में 21 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार करने के लिए एक अभियान का नेतृत्व किया था। अभियान के दौरान वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर ने 13 बांग्लादेशी और आठ मलेशियन नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो मार्च में तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। 21 विदेशी नागरिकों ने पहले तमिलनाडु और फिर महाराष्ट्र के मुंब्रा का सफर किया था। इसके बाद वह मस्जिद और स्कूल में छिपे हुए थे। सरकार के परामर्श और अपील के बाद भी वे अधिकारियों के सामने हाजिर नहीं हुए थे। जिसके बाद उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया। मुंब्रा पुलिस ने मस्जिद और स्कूल के ट्रस्टियों के विरुद्ध विदेशी नागरिकों को पनाह देने और अधिकारियों को सूचित न करने को लेकर केस दर्ज किया है। मुंब्रा में तब्लीगी जमात के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस इंस्पेक्टर ने इस बात को सुनिश्चित किया कि सभी 21 विदेशी नागरिकों और ट्रस्टियों को क्वारंटाइन (एकांतवास) किया जाए और उनका कोरोना टेस्ट किया जाए। जल्द ही पुलिस इंस्पेक्टर के अंदर कोरोना के लक्षण दिखाई देने लगे और उन्होंने इसकी जांच कराई। शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। वह फिलहाल नासिक के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। लॉकडाउन के फैसले पर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवे गौड़ा ने बोली यह बात सिर्फ यहां पर निर्यात की जाएगी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन दवा EPFO ने मात्र 10 दिन में निपटाए इतने निकासी के दावें