कुत्ते इंसानो के सबसे बड़े वफादार होते है. वे इंसानो की बातो को भी बहुत जल्दी समझ जाते है और उनके मालिक भी अपने कुत्तो की हर हरकत को आसानी से समझ जाते है. कुत्ते अपनी आवाज, पोस्चर और हरकतों से मालिक को अपनी बात आसानी से कह पाते है. और इतने लम्बे समय से इंसानो के साथ रहने वाले कुत्तो ने खुद में एक खास खूबी विकसित कर ली है. और कुत्तो की इस खूबी से वे इंसानो से बहुत ही आसानी से वार्तालाप कर लेते है. हम सभी ने देखा ही होगा की जब भी कुत्तो को भूख लगती है तो वे अपना मुँह चाटने लगते है. लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च में तो कुछ अलग ही दिलचस्प खुलासे हुए है. यूनिवर्सिटी ऑफ़ साओ पॉलो और यूनिवर्सिटी ऑफ़ लिंकन की रिसर्च के मुताबिक कुत्ते भूख लगने पर नहीं बल्कि अपने मालिक के गुस्से वाले चेहरे को देखकर खुद का चेहरा चाटने लगते है. यूनिवर्सिटी ऑफ़ लिंकन के प्रोफ़ेसर डेनियल मिल्स ने बताया कि, 'मनुष्य अपनी बोलचाल के दौरान बेहद विज़ुअल होते हैं और चूंकि कुत्तों का विज़न मनुष्यों के मुकाबले बेहद कमज़ोर होता है, ऐसे में अपनी दूसरी इंद्रियों के सहारे दुनिया को देखने समझने की कोशिश करते हैं.' कुत्तो का इस तरह से मुँह चाटना एक सांकेतिक तरीका है और इसे एक Species Effect भी कहते है. कुछ रिसर्चरों ने बताया कि कुत्तो का इस तरह से मुँह चाटना उनके इमोशनल इमोशंस को दर्शाता है. और ये मुँह चाटने की प्रक्रिया पालतू कुत्तो से ही पनपी है. लड़की को गलत तरह से छूने के बाद करने लगा Masturbate Heyy Baby की 'एंजेल' अब दिखने लगी हैं ऐसी 'गधे के आगे वॉयलिन बजाना और गधा मस्त हो जाये'..