गुवाहाटी: कई दिनों से लगातार बढ़ रहा आपदाओं का कहर लोगों कीं जान का दुश्मन बनता जा रहा है हर दिन इन आपदाओं के कारण कई मासूमों के घर बर्बाद हो चुके है. असम में जीवन काल संकट और तबाही की तो बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण लोगों का जीना और मरना एक हो गया है. वहीं ऐसे ही कुछ छोटे बड़े शहर है जंहा बाढ़ के कारण बड़ी तबाही का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मिली जानकारी के अनुसार सीतामढ़ी जिले में सैकड़ों एकड़ की गन्ना और मकई की फसल बाढ़ में बुरी तरह से प्रभवित हुई है. यहां दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है. लोगों ने जान बचाने के लिए ऊंचाई जगह की शरण ली है. इतना ही नही असम के गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी में पानी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर आ चुका है. असम के बरपेटा जिले में बाढ़ का कहर से 468 गाव प्रभावित हुए है. यहां लोगों को 46 रिलीफ कैंप में भेजा गया है. वहीं इस बात का पता चला है कि नेपाल के तराई वाले इलाकों में हो रही भारी वर्षा के कारण अररिया से बहने वाली सभी नदियां उबाल पर हैं. बाढ़ के कारण से मदनेश्वर धाम शिव मंदिर परिसर में पानी घुस गया है. आसपास के गांवों में नदी का पानी भरता ही जा रहा है. बाढ़ से निरंतर हालात बुरे होते जा रहे हैं. मुजफ्फरपुर में बागमती नदी के जलस्तर में एक फीट गिरावट आई है लेकिन बाढ़ का प्रकोप अब भी बरक़रार है. तकरीबन 500 परिवारों ने बागमती बांध पर मवेशियों के साथ शरण ली है. पावर स्टेशन में बाढ़ का पानी भरने से नदी के आसपास के क्षेत्रों में बिजली बंद कर दी गई है. लोगों को बाहर निकालने के लिये प्रशासन ने नाव की सुविधा की जा रही है. सड़क पर मस्ती से आराम फरमा रहा था टाइगर, जगह से नहीं उठा तो, लग गया लंबा ट्रैफ़िक जाम मध्यप्रदेश: सितंबर से खोले जा सकते हैं स्कूल लेकिन करना होगा इन 6 सख्त चरणों का पालन! झमाझम बारिश से हुई मध्यप्रदेश के इन क्षेत्रों में सुबह की शुरुआत