बारिश के मौसम में बढ़ने लगता है फूड पॉइजनिंग का खतरा, जानिए इसके लक्षण

फूड पॉइजनिंग, खराब खानपान के कारण होने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है। यह तब होती है जब कोई व्यक्ति गंदे या संक्रमित भोजन या पानी का सेवन करता है। आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और बारिश के मौसम में इससे कैसे बचा जा सकता है।

फूड पॉइजनिंग के कारण संक्रमित पानी का उपयोग: यदि आप संक्रमित या गंदे पानी का सेवन करते हैं, तो फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ सकता है। अधिक भोजन करना: अत्यधिक भोजन करने से भी फूड पॉइजनिंग हो सकती है। गंदे बर्तन और अपर्याप्त सफाई: अगर खाना बनाने और खाने के बर्तन गंदे हों या फलों और सब्जियों को बिना धोए खाया जाए, तो भी फूड पॉइजनिंग हो सकती है। डेयरी और मांसाहारी उत्पादों की गलत स्टोरेज: डेयरी उत्पादों को कमरे के तापमान पर रखने या मांसाहारी उत्पादों को ठीक से न पकाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति द्वारा खाना तैयार करना: अगर संक्रमित व्यक्ति बिना हाथ धोए खाना तैयार करे, तो फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ सकता है।

फूड पॉइजनिंग के लक्षण फूड पॉइजनिंग के लक्षण आमतौर पर भोजन करने के कुछ घंटे बाद दिखाई देते हैं। इनमें पेट में दर्द और मरोड़, उल्टी, और दस्त शामिल हैं। इसके अलावा सिरदर्द, बुखार, कमजोरी, और चक्कर आना भी हो सकते हैं। गंभीर मामलों में उल्टी या मल में खून आना, सांस लेने में कठिनाई, और पेट फूलना भी देखा जा सकता है।

बारिश के दिनों में फूड पॉइजनिंग से बचाव बरसात के मौसम में फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करें:

साफ-सफाई: सब्जियों और फलों को अच्छी तरह से धोकर ही खाएं। बाहर के खाद्य पदार्थों से परहेज: बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड और ज्यादा तेल वाले खाद्य पदार्थों से बचना सबसे अच्छा है।

इन उपायों को अपनाकर आप फूड पॉइजनिंग से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

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