आजकल यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या ज़्यादातर लोगो में देखने को मिलती है, खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर घुटनों, एडियों, पैरों और उंगलियों में दर्द होने लगता है, इसके अलावा भी अगर खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाये तो बहुत सी बीमारियो के होने का खतरा बढ़ जाता है, आज हम आपको बताने जा रहे है की खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जब खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो छोटे-छोटे क्रिस्टल हाथों-पैरों के जोड़ो में इक्कठा होने लगते है, जिससे जोड़ो में दर्द होने का खतरा हो सकता है जो बाद में जाकर गठिया रोग में बदल जाता है, और आपके हाथों पैरों में जकड़न महसूस होने लगती है. जब यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स यूरिन नली में इक्कठा होने लगते है तो फिर ये धीरे धीरे किडनी स्टोन का रूप ले लेते है, और आपके यूरिन में खून आने लगता है और साथ ही इससे पीठ में दर्द होने लगता है. हाल में ही हुई एक रीसर्च के अनुसार खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने के कारण दिल की बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके अलावा अगर खून में यूरिक एसिड की मात्रा बहुत ज़्यादा हो तो इससे हार्ट अटैक भी आ सकता है. खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने और घटने के कारण बॉडी में इन्सुलिन का लेवल कम या ज़्यादा होने लगता है जिससे डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है. याददाश्त को तेज बनाती है कालीमिर्च पुदीने के पत्ते दूर कर सकते है खट्टी डकार की समस्या प्रेगनेंसी में फायदेमंद होता है भुनी हुई गोंद का सेवन