'श्रीमद्भगवद्गीता' हिंदू धर्म का ऐसा पवित्र धर्म ग्रन्थ है. जिसमे हर समस्या का समाधान निहित है. हिंदू धर्म के लोग श्रीमद्भगवद्गीता में वर्णित श्लोकों का पाठ करते हैं. और उन्हें अपने जीवन में शामिल करने की प्रेरणा भी लेते हैं. यह बात तो जग जाहिर है कि गीता में लिखे श्लोको का स्मरण करने से हर किसी के जीवन में एक सकारत्मक परिवर्तन देखने को मिलता है. बात करें, अगर लोगो के करियर, नौकरी या किसी भी व्यवसाय में मिल रही विफलता की. तो आप इससे भी 'श्रीमद्भगवद्गीता' के माध्यम से आसानी से दूर कर सकते है. आज हम यहां आपको 'श्रीमद्भगवद गीता' में लिखित उपदेशो के बारे में बता रहे हैं, जो आपको अवश्य करियर से जुड़े हर कार्य में सफल बनाएंगे. कर्म करे फल की चिंता न करें... हम सदैव कार्य को अंजाम देने से पहले उसके परिणाम के बारे में सोचने लगते है, लेकिन यह गलत है. बिना मेहनत किये फल प्राप्ति की चाह कतई उचित नहीं है. अगर हम केवल अपने काम पर अपना ध्यान लगाते हैं, तो हमारी मेहनत का फल हमें अवश्य मिलेगा. इसलिए सदैव कर्म करते रहे फल की चिंता न करें. बदलाव ब्रह्मांड का सबसे बड़ा सच है, आपको हमेशा इसके लिए तैयार रहना चाहिए... परिवर्तन ही संसार का नियम है, यह बात गीता में भी लिखी है. आप नौकरी, व्यवसाय में आने वाली छोटी बड़ी परेशानियों से परेशान न हो. बल्कि आप यह समझे कि यह एक चक्र है. अगर आप इसे जान गए तो आप निश्चित सफलता को पाएंगे. क्रोध + लालसा= मुसीबत से सामना... जिस व्यक्ति के भीतर यह दो विकार निहित है, वह कभी भी एक बेहतर जीवन नहीं जी सकते. बेहतर और सफलतापूर्वक जीवन जीने के लिए आवश्यक है कि हम इन दोनों चीजों का त्याग करें. तब ही हम सफलता का स्वाद चख पाएंगे. जैसा नजरिया या सोच परिणाम भी वैसे ही... जैसा नजरिया वैसी सोच अर्थात आप जो सोचते हैं, जो चाहते हैं, आप उसी की ओर अग्रसर होते रहते है. आपका जीवन में जो भी सपना होता हैं, अगर आप वैसा ही बनने के बारे में सोचते हैं, या लगातार उसी पर काम करते हैं, तो अवश्य आप उस में सफलता प्राप्त करेंगे. ये भी पढ़ें- पंजाब में ही पंजाबी भाषा दूसरे स्थान पर मुश्किलों से उभारेंगे चार्ली चैपलिन के ये विचार... जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.