बांग्लादेश के हालात पर संसद में होगी चर्चा, पीएम मोदी खुद दे सकते हैं बयान

नई दिल्ली: बांग्लादेश में इस्कॉन नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद तनाव बढ़ गया है। भारत सरकार ने अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है। इस मुद्दे पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर बांग्लादेश की स्थिति पर जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, मोदी सरकार संसद में इस मामले पर बयान देने के लिए तैयार है, अगर कार्यवाही सामान्य रूप से चलती है। कांग्रेस ने भी सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।

चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया। उन पर आरोप है कि अक्टूबर के अंत में हुई एक रैली के दौरान उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है, और मंगलवार को कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। इसके बाद इस्कॉन समर्थकों की भीड़ कोर्ट के बाहर इकट्ठा हुई, जिसमें हिंसा हुई और एक सरकारी वकील की मौत हो गई। बांग्लादेश की हाईकोर्ट में इस्कॉन पर बैन लगाने के लिए एक याचिका दायर की गई है, जिसमें इसे कट्टरपंथी संगठन बताया गया है। इस बीच, इस्कॉन के नेता और कई सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है। 

बांग्लादेश में इस्कॉन के लगभग 65 मंदिर और 50,000 से अधिक अनुयायी हैं। लेकिन शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद, देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। भारत सरकार ने इस स्थिति पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से विरोध दर्ज कराया है।

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