भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती घेरे के चलते मध्यप्रदेश के मौसम में बार-बार बदलाव देखा जा रहा है। बीते 24 घंटो में प्रदेश के कई जिलों में आंधी-तूफ़ान के साथ बारिश और ओलावृष्टि भी हुई। मौसम विभाग की माने तो अप्रैल माह की 15 तारीख तक प्रदेशभर में मौसम इस प्रकार से ही बना रहेगा। मध्यप्रदेश के मौसम विशेषज्ञ बताते है कि दक्षिणी पूर्वी राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है वहीं, एक द्रोणिका विदर्भ और केरल तक बनी हुई है। जिसके चलते अभी बादल दिखाई दे रहे है और इस घेरे की अरब सागर से नमी भी आ रही है साथ ही इस सिस्टम का झुकाव मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र की ओर अधिक हो गया है। अगले सोमवार से धीरे-धीरे मौसम में बदलाव होंगे और तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। लेकिन तब तक प्रदेश की राजधानी में बूंदाबांदी होने की आशंका भी मौसम विभाग ने जताई है साथ ही नर्मदापुरम, खंडवा, बुरहानपुर और रायसेन में भी बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, ग्वालियर में भी कहीं-कहीं पर ओले गिरने के साथ बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश में इस प्रकार का मौसम 11 अप्रैल से 13 अप्रैल के बिच रहेगा। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि 12 अप्रैल से 15 अप्रैल तक प्रदेश में तेज हवा और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है वहीं, 13 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हाेने लगेगा और तापमान भी बढ़ने लगेगा। लेकिन 15 अप्रैल तक जबलपुर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, भोपाल और शहडोल संभाग में बूंदाबांदी होने की संभावना है वहीं, 15 अप्रैल के बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया जा सकता है, हालांकि 20 अप्रैल तक मध्यप्रदेश में लू चलने के आसार कम ही दिखाई दे रहे है। तेज आंधी तूफान से गिरा पेड़, एक व्यक्ति घायल मध्यप्रदेश में किसने तोड़ी बजरंगबली की प्रतिमा ? ग्रामीणों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस पुराने टायर गोदाम में लगी भीषण आग, भारी नुकसान की आशंका