नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण को लेकर तीखा हमला करते हुए कहा कि पिछले दस सालों में सर्वोच्च पद से जो बयान आए हैं, वे पूरी तरह से विभाजनकारी रहे हैं। कांग्रेस के लिए कई दशकों तक अपनी सेवाएं देने वाले सिब्बल ने कह कि, "अगर आप भारत के इतिहास पर नज़र डालें, तो पिछले 10 सालों में देश के सर्वोच्च पद यानी प्रधानमंत्री के कार्यालय से जिस तरह के बयान आए हैं, वे इतने विभाजनकारी रहे हैं कि मुझे नहीं लगता कि इस देश के इतिहास में किसी प्रधानमंत्री ने कभी इस तरह के विभाजनकारी बयान दिए हैं, जो हमारे प्रधानमंत्री ने दिए हैं; न केवल उन्होंने बल्कि उनके राजनीतिक दलों के सदस्यों ने भी। लेकिन अब असम में सीएम 'लव जिहाद', 'बाढ़ जिहाद' की बात कर रहे हैं। कांवड़ियों के जाने पर उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा जिस तरह के निर्देश जारी किए गए थे, उसमें कहा गया था कि दूकान मालिकों के नाम बताए जाने चाहिए।" कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि भाजपा ने चुनी हुई सरकारों को गिराकर लोकतंत्र की नींव को नष्ट कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि "जिस तरह की बातें वे सालों से कह रहे हैं, यह सही नहीं है। मुझे लगता है कि हमें नागरिक संहिता पर चर्चा करनी चाहिए, चर्चा करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकते जब आप विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हों और फिर आप समान नागरिक संहिता की बात कर रहे हों। अब, ट्रिपल तलाक को खत्म कर दिया गया है। उन हिंदू महिलाओं का क्या होगा जिन्हें उनके घरों से निकाल दिया गया है? उन हिंदुओं का क्या होगा, जो बांग्लादेश से प्रवेश करना चाहते हैं? उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया है, क्योंकि वे सभी बंगाली हिंदू हैं। यह राजनीति है। जब आप घुसपैठ की बात करते हैं, तो इस देश में असली घुसपैठिए कौन हैं? जो लोग लोगों को मंत्री बनाकर और चुनी हुई सरकारों को गिराकर सत्ता हड़पते हैं।'' सिब्बल ने आरोप लगाया कि, उन्होंने राजनीतिक व्यवस्था में घुसपैठ की है और लोकतंत्र की नींव को नष्ट कर दिया है। 'भारतीय नागरिक नहीं हैं राहुल गांधी, रद्द करें नागरिकता...', कोर्ट पहुंचे सुब्रमण्यम स्वामी, अगले हफ्ते सुनवाई आज से कांग्रेस का 100 दिवसीय संविधान रक्षा अभियान, 3 लाख लोगों को जुटाने का प्लान स्कूल में लड़कियों के उतारे अंडरवियर, अब HC के दखल से उठाया गया ये कदम