नई दिल्ली: देश में अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर विपक्ष का हंगामा सड़क से संसद तक जारी है, जिसके चलते संसद की कार्रवाई लगातार बाधित हो रही है. हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमिटी का गठन कर अडानी मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं है और सांसदों से इसकी जाँच कराए जाने की मांग कर रहा है। अब इस मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुप्पी तोड़ी है. संयुक्त विपक्ष द्वारा संसदीय समिति (JPC) से अडानी मामले की जांच कराए जाने की मांग पर अमित शाह ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से पहले ही इस मामले का संज्ञान लिया जा चुका है और अदालत ने एक जांच समिति का गठन भी किया है. उन्होंने कहा कि यदि कुछ गलत हुआ है, तो किसी को बख्शा नहीं जाना चाहिए. एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि, सरकार को इस विवाद पर कोई भ्रम नहीं है. शीर्ष अदालत ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए एक जांच समिति गठित कर दी है. अब लोगों को न्यायिक प्रक्रिया पर विश्वास करना चाहिए. गृह मंत्री ने कहा कि, 'यदि किसी के पास इस मामले से संबंधित सबूत हैं, तो उसे शीर्ष अदालत की कमेटी के समक्ष पेश करना चाहिए.' केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि, यदि कुछ गलत हुआ है, तो किसी को नहीं बख्शा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, 'भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) पहले ही सर्वोच्च न्यायालय को बता चुका है कि वह इस मामले की जांच कर रहा है.' वहीं, कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) साल 2024 में भी सरकार बनाएगा और नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के पीएम बनेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद तीन महत्वपूर्ण मुद्दों जम्मू कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सली समस्या को मोटे तौर पर सुलझा लिया गया है. 'हम कानून बनाने वाले नहीं..', मतदान अनिवार्य करने की मांग वाली याचिका पर हाई कोर्ट की दो टूक यूपी में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल पर हाई कोर्ट सख्त, वारंट जारी, सरकार को दिए ये निर्देश असम पेपर लीक मामले में हिमंता सरकार का बड़ा एक्शन, शिक्षकों समेत 27 गिरफ्तार