कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों में मसौदा रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए लोकसभा आचार समिति आज यानी गुरुवार (9 नवंबर) को बैठक करेगी। सूत्रों का कहना है कि मसौदा रिपोर्ट में मोइत्रा के खिलाफ "कड़ी सजा" की बात कही गई है, जो लोकसभा से "उनके तत्काल निष्कासन से कम नहीं हो सकती"। सूत्रों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि मोइत्रा की हरकतें अनैतिक, संसदीय विशेषाधिकार का उल्लंघन और सदन की अवमानना हैं। यह उपहारों और उपहारों के बारे में मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बयानों के बीच विरोधाभास को भी उजागर करता है। मोइत्रा के करीबी सूत्रों ने मीडिया को बताया कि वह एथिक्स पैनल की ड्राफ्ट रिपोर्ट में निष्कासन की तर्ज पर गंभीर अभियोग की उम्मीद कर रही थीं। बता दें कि, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर लोकसभा में सवाल उठाने के बदले हीरानंदानी से रिश्वत लेने और फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन पर हीरानंदानी से नकदी, विलासिता की वस्तुएं, अपने बंगले का नवीनीकरण, यात्रा खर्च और छुट्टियां प्राप्त करने का भी आरोप लगाया गया है। सूत्रों का कहना है कि एथिक्स कमेटी की मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि हीरानंदानी ने मोइत्रा को महंगे उपहार दिए, जिसमें एक हर्मीस स्कार्फ, बॉबी ब्राउन मेकअप और उपयोग करने के लिए एक कार शामिल थी। मोइत्रा ने उपहार स्वीकार करने और हीरानंदानी की कार का उपयोग करने की बात स्वीकार की है। इसके साथ ही महुआ ने यह भी स्वीकार किया है कि, उन्होंने हीरानंदानी को अपनी संसदीय लॉगिन के ID पासवर्ड दिए थे। हालाँकि, महुआ का कहना है कि, वो अपने निर्वाचन क्षेत्र के कार्यों में बहुत व्यस्त रहती हैं, इसलिए उन्होंने सवाल टाइप करने के लिए हीरानंदानी को अपने ID-पासवर्ड दिए थे। हालाँकि, ये भी एक बड़ा सवाल है कि, महुआ मोइत्रा इतना-कितना व्यस्त रहती थीं कि, साल में महज 4 बार लगने वाले संसद सत्र के लिए कुछ सवाल भी टाइप नहीं कर पाती थीं ? यहाँ तक कि, वे अपनी पार्टी के किसी साथी सांसद से नहीं, किसी पार्टी कार्यकर्ता से नहीं, बल्कि एक कारोबारी से सवाल टाइप करवाती थीं, जिसका संसद से कोई लेनादेना नहीं और वो दुबई में बैठकर महुआ के सवाल टाइप करते थे। IT मंत्रालय की एथिक्स कमेटी को दी गई रिपोर्ट के मुताबिक, मोइत्रा के लॉगिन क्रेडेंशियल को संचालित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला IP एड्रेस हर बार एक ही था। यह चिंता पैदा करता है क्योंकि TMC सांसद ने 1 जनवरी, 2019 से 30 सितंबर, 2023 के बीच 4 बार दुबई का दौरा किया था, लेकिन उनके लोकसभा लॉगिन क्रेडेंशियल का वहां से 47 बार उपयोग किया गया था। गृह मंत्रालय ने एथिक्स कमेटी को दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि कई दस्तावेज सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध नहीं हैं। इनमें मसौदा विधेयक शामिल हैं, जो सदस्यों के विचार के लिए पहले से प्रसारित किए जाते हैं। इससे ऐसी संवेदनशील सामग्री के लीक होने की संभावना होती है, जिसका उपयोग शत्रुतापूर्ण तत्वों द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि समिति द्वारा 2 नवंबर को पिछली बैठक के दौरान "समिति अध्यक्ष पर आक्षेप लगाने" के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली के खिलाफ भी कार्रवाई करने की उम्मीद है। 2 नवंबर की बैठक में तूफ़ानी दृश्य देखने को मिले जब मोइत्रा, जो गवाही देने के लिए पैनल के सामने आए थीं, पैनल के विपक्षी सदस्यों के साथ गुस्से में बाहर चली गई थीं। उन्होंने पैनल के अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर पर उनसे गंदे और व्यक्तिगत सवाल पूछने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि बैठक में जो हुआ वह "कहावतपूर्ण वस्त्रहरण" था। चूंकि आचार समिति मसौदा रिपोर्ट को अपनाने के लिए आज बाद में बैठक करेगी, पैनल में शामिल विपक्षी सांसदों से असहमति नोट दाखिल करने की उम्मीद की जाती है। इसमें कांग्रेस सांसद उत्तम रेड्डी भी शामिल हैं, जो बैठक में शामिल होने के लिए उपलब्ध नहीं होंगे क्योंकि उन्हें तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नामित किया गया है और वह शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। 'नीतीश जी आजकल गंदी फिल्में देखकर सो रहे हैं...', महिलाओं को लेकर विवादित बयान पर बोले मनोज तिवारी अरुणाचल प्रदेश ग्राम पंचायत चुनाव में भाजपा की जबरदस्त जीत, 54 सीटों में से 39 पर खिला कमल, कांग्रेस को मिली 5 'बाबर वालों के डर से राहुल रामलला के मंदिर नहीं जाते...', MP में बोले CM हेमंत बिसवा सरमा