टारगेट पूरा करना था..! तो शराब पिलाकर कुंवारे युवक की ही नसबंदी कर डाली

अहमदाबाद: गुजरात के मेहसाणा जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने नसबंदी का लक्ष्य पूरा करने के लिए एक 30 वर्षीय अविवाहित युवक को धोखे से नसबंदी के लिए मजबूर कर दिया। घटना ने न केवल स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि मानवाधिकारों के हनन की गंभीर चिंता भी पैदा कर दी है। 

यह मामला परिवार नियोजन पखवाड़े के दौरान सामने आया, जो 24 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया गया था। इस अभियान के तहत मेहसाणा जिले में 175 नसबंदी के मामलों का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन निर्धारित अवधि में केवल 28 ही पूरे हुए थे। लक्ष्य पूरा करने के दबाव में, स्वास्थ्यकर्मियों ने शेढवी गाँव के 30 वर्षीय अविवाहित युवक गोविंद को शिकार बनाया। 

गाँव के पूर्व प्रधान प्रह्लाद ठाकुर ने बताया कि घटना दो दिन पहले की है। खेत में काम कर रहे गोविंद के पास एक स्वास्थ्यकर्मी पहुँचा और उसे नींबू और अमरूद तोड़ने के काम का लालच दिया। स्वास्थ्यकर्मी ने गोविंद को रोजाना 500 रुपए देने का झांसा दिया। काम के लालच में गोविंद उनकी बातों में आ गया और कार में बैठ गया। रास्ते में, उसे 100 रुपए की शराब पिलाई गई, जिससे वह नशे में हो गया। 

नशे की हालत में गोविंद को सरकारी एम्बुलेंस में गाँधीनगर के पास अदलज के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहाँ बिना उसकी सहमति के उसकी नसबंदी कर दी गई। स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे पूरी तरह बेहोशी की हालत में रखा और अगली सुबह खेत के पास छोड़ दिया। गोविंद को इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि उसके साथ क्या हुआ है। 

घटना का खुलासा तब हुआ जब गोविंद को पेशाब करते समय तेज दर्द महसूस हुआ। दर्द के कारण परेशान गोविंद ने अपनी हालत के बारे में परिवार को बताया। जब डॉक्टर से संपर्क किया गया, तब पता चला कि उसकी नसबंदी की गई है। इस घटना ने पूरे गाँव में हड़कंप मचा दिया, और स्थानीय लोग इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ आवाज उठाने लगे। 

यह मामला स्वास्थ्य विभाग के कामकाज पर गंभीर सवाल खड़े करता है। नसबंदी जैसे फैसले व्यक्ति की सहमति और जागरूकता पर आधारित होने चाहिए, लेकिन लक्ष्य पूरा करने के दबाव में विभाग ने सभी नैतिक और कानूनी मानदंडों को ताक पर रख दिया। फिलहाल, पीड़ित और उसके परिवार ने मामले की शिकायत दर्ज कराई है। प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

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