नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तीनों नगर निगमों को एक करने (delhi mcd merger) वाले कानून को अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की स्वीकृति मिल गई है. यह कानून लोकसभा और राज्यसभा में पहले ही पारित कराया जा चुका है. इसे MCD चुनाव की दिशा में बढ़ता एक कदम भी माना जा रहा है. चुनाव मार्च में होने वाले थे, जिनको फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया था. दिल्ली नगर निगम एकीकरण बिल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिलते ही निगमों के एकीकरण वाला विधेयक तत्काल प्रभाव से कानून बन गया यानी अब राजधानी दिल्ली में साउथ, ईस्ट, नॉर्थ दिल्ली नगर निगम नहीं बल्कि केवल दिल्ली नगर निगम होगा. एकीकृत नगर निगम में रहे जगदीश ममगाई का कहना है, अब delimitation की प्रक्रिया होगी और फिर उसके बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव रखे जाएंगे. बता दें कि दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक 2022 लोकसभा और राज्यसभा में बजट सत्र में पास हुआ, जिसे अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिल गई है और अब दिल्ली नगर निगम में तीन महापौर और तीन कमिश्नर की जगह केवल एक ही कमिश्नर होगा. बता दें कि वर्ष 2011 में दिल्ली विधानसभा में दिल्ली नगर निगम को तीन भागों में विभाजित कर उत्तरी दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली बना दिया था. हालांकि कंगाल हो चुके निगम की वित्तीय हालत सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने तीनों निगमों को एक करने का निर्णय लिया था. यही वजह है कि एकीकरण का बिल आया. कबाड़ बेचकर तान दिया 5 मंजिला घर, आदतन अपराधी है जहांगीरपुरी हिंसा का मास्टरमाइंड 'अंसार' बोरिस जॉनसन के भारत दौरे से पहले सरकार की चिंता बढ़ी, दंगों को लेकर एजेंसियां अलर्ट लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे होंगे इंडियन आर्मी के पहले 'इंजीनियर' चीफ, नरवणे बन सकते हैं CDS