नई दिल्ली: गाजियाबाद से गेमिंग एप के माध्यम से किशोरों का धर्मांतरण कराने के केस में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे नए खुलासे होने लगे है। अब तक पांच राज्यों के किशोरों का धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी पुलिस को भी मिल गई है। धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के सरगना शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चला है कि बीते एक वर्ष में उसके संपर्क में 100 से अधिक किशोर आए। बैंक से सूचना मिली है कि उसके खाते में हर माह लाखों रुपये भी दिए जा रहे है। खबरों क कहना है कि यह रकम गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ से जमा करवाई गई है। पुलिस अब रकम जमा करने वालों के नाम-पते मालूम कर उनकी कुंडली खंगालने में लगी हुई है। जिसके साथ साथ इन राज्यों के अलग-अलग शहरों के लोग पुलिस को कॉल करके बद्दो के काले कारनामों का चिट्ठा भी खोलने लगे हुए है। बता दें कि बद्दो का असली नाम शाहनवाज है। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर वह बद्दो के नाम से ही एक्टिव था। पुलिस को पता चला है कि उसने अपने पहचान पत्र भी बद्दो के नाम से बनवा रखे हैं। इस मामले में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड (ats), लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (liu) के साथ पुलिस की क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और थाना पुलिस की अलग-अलग टीम काम भी करने में लगी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग एप के जरिए धर्म परिवर्तन की खबरें मीडिया में आने के बाद लोग खुद पुलिस से संपर्क करके जानकारी दे रहे हैं। हरियाणा, चंडीगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात से पुलिस और आम लोगों की कॉल आ चुकी हैं। यूपी समेत पांच राज्यों में धर्मांतरण गिरोह का नेटवर्क होने की जानकारी मिल चुकी है। फरीदाबाद और चंडीगढ़ के किशोरों का भी धर्मांतरण कराया: पुलिस अब तक सिर्फ संजयनगर की मस्जिद की कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान को हिराटस में ले चुकी है। उससे पूछताछ में पता चला था कि गिरोह ने फरीदाबाद और चंडीगढ़ के किशोरों का भी धर्मांतरण भी कर दिया गया है। जिसके उपरांत पुलिस की जांच में गुजरात और महाराष्ट्र में धर्मांतरण कराए जाने वाली बात पता चली है। अथर्व का नंबर आशीष डंगवाल की आईडी पर निकला: बता दें कि राजनगर निवासी किशोर के परिजनों ने पुलिस को जो नंबर उपलब्ध भी किए गए थे। उनसे एक नंबर अथर्व नाम से उपलब्ध करवाया गया था। पुलिस इसकी जांच की तो वह आशीष डंगवाल की ED पर निकला जो मुंबई का ही रहने वाला है। पुलिस अब उसके बद्दो से कनेक्शन की कार्रवाई भी करने में लगी हुई है। जांच अधिकारी बदला: FIR दर्ज होने के दौरान आरडीसी चौकी इंचार्ज को केस का जांच अधिकारी बनाया गया था लेकिन अब अधिकारियों ने जांच अधिकारी बदलकर कविनगर थाने के निरीक्षक नरेश सिंह को जांच अधिकारी बनाया जा चुका है। इतना ही नहीं सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस बद्दो का पाकिस्तानी कनेक्शन तलाश करने में लगी हुई है। आशंका है कि बद्दो के पाकिस्तानी कनेक्शन हो सकते है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों एवं पुलिस के हाथ अभी तक ऐसा कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे यह पता चल सके कि बद्दो के पाकिस्तानी कनेक्शन हैं।