देवघर: देवघर के देवीपुर प्रखंड में रविवार की प्रातः नवनिर्मित सैप्टिक टैंक में दम घुटने से मकान मालिक सहित 6 लोगों की जाने जा चुकी है. मृतकों में मकान मालिक का भाई भी मौजूद है. साथ ही 4 मरने वाले मजदूरों में एक ही परिवार के 3 लोग पिता और 2 पुत्र मौजूद थे. जंहा इस बता का पता चला है कि देवीपुर मुख्य बाजार के पास ब्रजेश चंद बरनवाल ने नया सैप्टिक टैंक बनाया जा रहा था. रविवार सुबह सेंट्रिंग को खोलने के लिए पहले एक मजदूर टैंक में जा उतरा. बहुत समय तक बाहर नहीं आने के बाद दूसरा मजदूर भी टैंक में उतरा लेकिन इस बार वह भी वापस नहीं आया है. जिसके अतिरिक्त एक-एक कर दो अन्य मजदूर भी अंदर गए. उनके भी बाहर नहीं आने पर इसकी कार्रवाई करने मकान मालिक और उसका भाई टैंक में उतर गए. जिसके उपरांत इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई. ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने जेसीबी की सहयता से टंकी को तोड़कर बेहोशी की हालत में फंसे सभी 6 लोगों को टैंक में से बाहर निकला गया है. उन्हें एंबुलेंस से सदर हॉस्पिटल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने सभी को मरा हुआ घोषित कर दिया. जंहा इस हादसे की सूचना मिलने पर उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद भी सदर हॉस्पिटल पहुंचे और परिजनों, पुलिस अधिकारियों और डॉक्टरों से जानकारी प्राप्त की. DC ने घटना को दुखद बताते हुए मरने वालों के परिवारों को सरकारी प्रावधान के अनुसार सहायता उपलब्ध करवाने का एलान किया. मृतकों के नाम : हादसे में मरने वालों में देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया गांव निवासी गोविंद मांझी और उनका पुत्र बबलू मांझी व लालू मांझी शामिल है, जिसके अतिरिक्त एक अन्य मजदूर पिरहा कट्टा निवासी लीलू मुर्मू शामिल है. घटनामें मालिक ब्रजेश चंद बरनवाल और उनका भाई मिथिलेश चंद बरनवाल की भी जान जा चुकी है. विधयकों की बाड़ेबंदी पर बोले सीएम गेहलोत, कहा- भाजपा में साफ़ दिख रही फूट' मौत का कुआँ' बना सेप्टिक टैंक, एक के बाद एक उतरते गए लोग और होती रही मौत भारत छोड़ों आंदोलन की वर्षगांठ आज, कमलनाथ ने किया स्वतंत्रता सेनानियों को याद