यहां मौजूद है दुनिया का सबसे बड़ा बल्ब

मानव इतिहास लाखों साल पुराना है और कहा जाता है, "जरूरत ही आविष्कार की जननी है।" यह कहावत मानव विकास पर पूरी तरह फिट बैठती है। जैसे-जैसे इंसान की जरूरतें बढ़ती गईं, उसने नए-नए आविष्कार किए। इन्हीं आविष्कारों में से एक महत्वपूर्ण आविष्कार है बिजली का बल्ब। आज हम आपको बल्ब के इतिहास के साथ-साथ यह भी बताएंगे कि दुनिया का सबसे बड़ा बल्ब कहां है, जिसे उठाने के लिए क्रेन की जरूरत पड़ती है।

बल्ब का आविष्कार: आज बल्ब हर घर, दफ्तर और सड़कों पर रोशनी फैलाता नजर आता है। लेकिन जब इसका आविष्कार हुआ था, तो इसे किसी चमत्कार से कम नहीं समझा गया था। 19वीं सदी के अंत में हुए इस आविष्कार को विज्ञान के सबसे बेहतरीन आविष्कारों में से एक माना जाता है। इसने दुनिया को एक नई रोशनी दी, जिससे लोग सूरज ढलने के बाद भी अपने काम जारी रख सकते थे। बल्ब के आविष्कार का श्रेय थॉमस अल्वा एडिसन को दिया जाता है।

थॉमस अल्वा एडिसन कौन थे?: थॉमस अल्वा एडिसन का जन्म 11 फरवरी 1847 को अमेरिका के ओहियो में हुआ था। उन्हें बहुत ही कम स्कूली शिक्षा मिली, लेकिन उनकी मां ने उन्हें घर पर ही पढ़ाया। रिपोर्ट्स के अनुसार, एडिसन ने अपने घर के बेसमेंट में एक छोटी सी प्रयोगशाला बनाई थी, जहां वे अपने प्रयोग करते रहते थे। उनकी मां ने उनकी विज्ञान और रसायन शास्त्र में रुचि देखते हुए उन्हें संबंधित किताबें दीं। इसके बाद 1876 में उन्होंने खुद की एक बड़ी प्रयोगशाला बनाई, जिसमें उनके पिता ने भी सहयोग किया। 1878 से 1880 के बीच एडिसन और उनकी टीम ने हजारों प्रयोग किए ताकि एक ऐसा लैम्प बना सकें जो बिजली से प्रकाश दे। इसी मेहनत के बाद बल्ब का आविष्कार हुआ, जिसने दुनिया को उजाले से भर दिया।

दुनिया का सबसे बड़ा बल्ब: अब बात करते हैं दुनिया के सबसे बड़े बल्ब की। आमतौर पर हमारे घरों और दफ्तरों में जो बल्ब लगते हैं, वे छोटे होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा और भारी बल्ब कहां है? यह न्यू जर्सी में स्थित थॉमस एडिसन मेमोरियल टॉवर के ऊपर लगा हुआ है। इसे 'एडिसन बल्ब' कहा जाता है। यह बल्ब 14 फीट लंबा और 8 टन वजन का है, जिसे उठाने के लिए क्रेन का उपयोग किया जाता है। यह बल्ब एडिसन के आविष्कारों और उनकी विज्ञान में की गई मेहनत का एक प्रतीक है।

एडिसन की विरासत: थॉमस एडिसन ने न केवल बल्ब का आविष्कार किया, बल्कि उनके कई और आविष्कारों ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में क्रांति ला दी। उनकी मेहनत और लगन से आज हमारी जिंदगी में जितनी भी तकनीक और बिजली से जुड़े उपकरण हैं, उनका उपयोग करना संभव हो पाया है। एडिसन की उपलब्धियों ने विज्ञान को एक नई दिशा दी और उन्होंने मानव सभ्यता को एक ऐसा उजाला दिया, जो कभी फीका नहीं पड़ेगा।

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