उज्जैन/ब्यूरो । कालिदास संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। 18 सितम्बर को नाट्य समारोह का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कलावती यादव सभापति नगर पालिक निगम थी। अध्यक्षता डॉ.विरूपाक्ष जड्डीपाल सचिव महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान ने की एवं विशिष्ट अतिथि श्री लोकेंद्र त्रिवेदी वरिष्ठ रंगकर्मी नईदिल्ली थे। इस अवसर पर मुम्बई मराठी साहित्य संघ मुम्बई द्वारा श्री सुमेध उन्हालकर एवं श्री प्रमोद पवार के मार्गदर्शन में नृत्यकुटम् नाटक की सुन्दर प्रस्तुति की गई। कलाकारों ने आंगिक, वाचिक एवं आहार्य अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन किया। श्रीमती कलावती यादव ने इस अवसर पर कहा कि संस्कृत भाषा हमारी देवभाषा है। इसके संरक्षण, संवर्धन और लोकभाषा बनाई जाना आवश्यक है, जिससे कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी संस्कृति का ध्यान रखते हुए संस्कृत भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए अग्रसर हो। डॉ.विरूपाक्ष जड्डीपाल ने कहा कि संस्कृत रंगकर्म अत्यन्त महत्त्पूर्ण है। इससे दैनिक जीवन में व्यक्तित्व का विकास किया जा सकता है। श्री लोकेन्द्र त्रिवेदी ने कहा कि उज्जैन संस्कृत नाटकों का पारम्परिक केन्द्र है। यहाँ के वातावरण में संस्कृत एवं संस्कृति के रंग बिखरे पडे हैं। श्री प्रमोद पवार, मुम्बई ने कहा कि कालिदास की नगरी उज्जैन में संस्कृत नाटक की प्रस्तुति करना हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। स्वागत भाषाण अकादमी के प्रभारी निदेशक डॉ.सन्तोष पण्ड्या ने दिया। अतिथियों का स्वागत डॉ.सन्तोष पण्ड्या व कार्यक्रम प्रभारी अनिल बारोड़ ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.पांखुरी जोशी ने किया। आभार प्रदर्शन अनिल बारोड़ ने किया। विश्व यूथ शतरंज स्पर्धा में इलामपार्थी और प्रणव आनंद ने अपने नाम किया खिताब 'उसने मुझे गले लगाने और चूमने की कोशिश की', 20 साल की लड़की का कांग्रेस नेता पर आरोप दिल्ली में बारिश के कारण सुधरी हवा, तापमान में भी आई गिरावट