इंदौर: शहर में बुधवार दोपहर को आसमान में बादल छाए रहे. दिन में 15 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से पश्चिमी व उत्तर-पश्चिमी हवा चली. मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के आगे न बढ़ने के वजह से अभी इंदौर में बारिश नहीं हो रही है लेकिन 14 जून से तेज बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, अभी बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बना है, आगे यह और गहराएगा. वहीं दक्षिण गुजरात में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ और इसके वजह से अरब सागर से पश्चिमी मध्य प्रदेश में नमी भी आ रही है. वहीं, अन्य गतिविधि के तहत पाकिस्तान,राजस्थान, उत्तरी मप्र से बंगाल की खाड़ी तरफ एक द्रोणिका जा रही है. इन सबके कारण बुधवार से प्री मानसून की गतिविधि में तेजी आएगी और इंदौर मे गरज-चमक के साथ तेज हवा भी चलेंगी. मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सिस्टम तो बना हुआ है लेकिन आगे नहीं बढ़ा है. इसके कारण प्री मानसून की गतिविधि दो दिन लेट हो गई है. इस सिस्टम के कारण अगले एक-दो दिन इंदौर में गरज-चमक जारी रहेगी और 14 जून से तेज बारिश की संभावना है. बता दें की सालभर शहर के पश्चिमी क्षेत्र की प्यास बुझाने वाले यशवंत सागर तालाब में पहली बार जून में 13 फीट पानी भर गया है. तालाब की मौजूदा क्षमता 19 फीट ही है और ये जून में ही आधे से ज्यादा भर चुका है. इतना पानी तीन से चार महीने तक जलप्रदाय के लिए पर्याप्त माना जा रहा है. कमोबेश शहर के कुछ अन्य तालाबों की स्थिति भी ऐसी ही है और वहां भी पहली बार जून में काफी पानी है. बड़े बिलावली तालाब में फिलहाल 23 फीट पानी है. हर साल गर्मी में यह तालाब खाली हो जाता है. पीपल्यापाला तालाब में भी अभी 13 फीट पानी है. मध्य प्रदेश को मिली राहत, कोरोना रोगियों के स्वस्थ होने की दर बढ़ी भोपाल में बढ़ा कोरोना का प्रकोप, एक ही दिन में मिले 78 नए संक्रमित इंदौर में मिले 41 नए कोरोना के मामले, मौत का आंकड़ा 163 पर पहुंचा