मार्च का महीना आते ही त्योहारों की झड़ी लग जाती है। इस माह में बड़े-बड़े त्योहार आते हैं। विशेष रूप से होली जैसा त्‍योहार मार्च में ही प्रत्येक वर्ष आता है। इस बार होली के साथ-साथ मार्च में और भी बड़े-बड़े त्योहार आ रहे हैं। आइये आपको बताते है मार्च में आने वाले त्योहारों के बारे में... मार्च में पड़ने वाले त्यौहार 1 मार्च: यशोदा जयंती: यह त्योहार भगवान कृष्ण की माता यशोदा के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 3 मार्च: शबरी जयंती: यह त्योहार भगवान राम की भक्त शबरी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। भानु सप्तमी: यह त्योहार सूर्य देव के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 4 मार्च: जानकी जयंती: यह त्योहार माता सीता के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 6 मार्च: विजया एकादशी: यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है। 8 मार्च: महाशिवरात्रि: यह त्योहार भगवान शिव को समर्पित है। 10 मार्च: फाल्गुन अमावस्या: यह अमावस्या पितरों को समर्पित है। 12 मार्च: फुलैरा दूज: यह त्योहार होली से दो दिन पहले मनाया जाता है। रामकृष्ण जयंती: यह त्योहार रामकृष्ण परमहंस के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 14 मार्च: मीन संक्रांति: यह त्योहार सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के रूप में मनाया जाता है। 20 मार्च: आमलकी एकादशी: यह एकादशी भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। 22 मार्च: प्रदोष व्रत: यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है। 24 मार्च: होलिका दहन: यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। 25 मार्च: होली: यह त्योहार रंगों का त्योहार है। फाल्गुन पूर्णिमा व्रत: यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। चैतन्य महाप्रभु जयंती: यह त्योहार चैतन्य महाप्रभु के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 27 मार्च: होली भाई दूज: यह त्योहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। 28 मार्च: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी: यह चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है। छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती: यह त्योहार छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 29 मार्च: गुड फ्राइडे: यह त्योहार ईसा मसीह के क्रूस पर चढ़ने के रूप में मनाया जाता है। 30 मार्च: रंग पंचमी: यह त्योहार होली के पांचवें दिन मनाया जाता है। 31 मार्च: चैत्र नवरात्रि: यह त्योहार देवी दुर्गा को समर्पित है। यह मार्च 2024 में मनाए जाने वाले कुछ प्रमुख त्योहारों की सूची है। इन त्योहारों को पूरे भारत में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। मुगल इतिहास का अनोखा सच: अकबर की मां पढ़ती थीं रामायण! आज भूलकर भी ना करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, वरना भुगतना पड़ेगी भारी समस्या कब है विजया एकादशी? जानिए शुभ मुहूर्त