कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने उत्तरी 24 परगना जिले में जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर उस समय हुए हमले को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर तीखा हमला बोला। दरअसल, ED जब राशन घोटाला मामले में TMC नेता शाहजहां शेख के आवास पर जा रही थी, तब 1000 लोगों कि हथियार भीड़ ने उनपर हमला कर दिया था। हैरानी की बात ये है कि, उस समय CRPF के जवान भी ED के साथ मौजूद थे, लेकिन भीड़ ने उन्हें भी नहीं बख्शा। इसको लेकर अधीर रंजन ने आरोप लगाया कि TMC राज्य में हिंसा फैलाने वालों का समर्थन करती है। TMC की आलोचना करते हुए चौधरी ने कहा, "राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी हिंसा फैलाने वालों का समर्थन करती है और इसलिए, बंगाल में 'काका बाबू', 'खोका बाबू', शाहजहां और 'नूरजहां' की कोई कमी नहीं है।" ED टीम पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए चौधरी ने केंद्र की आलोचना की और उन्हें चुनौती दी कि अगर उनमें साहस है तो कार्रवाई करें। चौधरी ने कहा कि, “अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उन्हें कुछ करना चाहिए।” उन्होंने कहा, ''हम कम से कम अशांत क्षेत्र में राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। लेकिन उनमें हिम्मत नहीं है, वे सिर्फ बड़े-बड़े दावे करते हैं। शायद (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी और दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) के बीच मजबूत संबंध है और इसीलिए ऐसा नहीं किया जा सकता।'' वहीं, इससे पहले दिन में, जांच एजेंसी टीम पर हमले के एक दिन बाद ईडी ने शाहजहां शेख के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया था। ईडी ने शुक्रवार को कहा कि उसके अधिकारियों पर लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने हमला किया था, जो "जान लेने के इरादे से" उन पर हमला कर रहे थे। ED का नोटिस सभी हवाईअड्डे अधिकारियों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ साझा किया गया है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, शेख अपने आवास के पास ईडी अधिकारियों पर हमला होने के बाद से फरार हैं। 'हम अकेले लड़ने के लिए तैयार..', सीट शेयरिंग पर नहीं बन रही बात, कांग्रेस ने दे दिया बड़ा संकेत ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए या नहीं ? वाराणसी जिला अदालत करेगी फैसला भोपाल में बिना अनुमति चल रहे बाल सुधार गृह से लापता हुई 26 बच्चियां, मचा हड़कंप