इंदौर: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें इंदौर में भाजयुमो नेता के क़त्ल के पीछे षड्यंत्र का संदेह है. उन्होंने पुलिस को मामले की गहन तहकीकात कर सच्चाई का पता लगाने का निर्देश दिया है. पुलिस अफसरों ने पहले बताया था कि भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की इंदौर इकाई के उपाध्यक्ष मोनू कल्याणे (35) की 22 एवं 23 जून की रात एमजी रोड थाना क्षेत्र में उस वक़्त गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह 'भगवा यात्रा' के झंडे और बैनर लगा रहे थे. उन्होंने बताया कि कल्याणे की हत्या के आरोप में उनके दो पड़ोसियों अर्जुन पथरोड एवं पीयूष पथरोड को सोमवार को भोपाल में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के बाहर से गिरफ्तार किया गया. एक पुलिस अफसर ने बताया कि प्रारंभिक जांच से संकेत प्राप्त होता है कि अपराधियों ने पुरानी रंजिश के चलते कल्याणे की हत्या की थी. अफसर ने बताया कि पूछताछ के चलते अपराधियों ने दावा किया कि कल्याणे उन पर हुक्म चलाकर उन्हें अपमानित करता था तथा इसका बदला लेने के लिए उन्होंने कथित तौर पर उसका क़त्ल कर दिया. शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के पश्चात् विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा, "कल्याणे की हत्या के मामले में अपराधी हिरासत में पूछताछ के दौरान प्रतिदिन अपने बयान बदल रहे हैं.हत्या के मामले के पीछे की सच्चाई सामने आनी चाहिए. बीजेपी नेता ने दावा किया कि कल्याणे के पड़ोस में रहने वाले अपराधियों ने उसे धोखे से मार डाला और ऐसा लगता है कि अपराध के पीछे कोई षड्यंत्र था. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को यह पता लगाने के लिए गहन जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या भाजयुमो पदाधिकारी की हत्या के पीछे कुछ और लोग भी सम्मिलित हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, कल्याणे विजयवर्गीय के करीबी समर्थकों में से एक थे तथा तमाम कार्यक्रमों का आयोजन करके राजनीति में अपना कद बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे. 'रोज़ गीता पढ़कर सोता हूँ..', केजरीवाल ने जेल में माँगा धर्मग्रन्थ, कोर्ट ने दी इजाजत जानिए आज आपके शहर में कैसा होगा मौसम? अजित पवार के सांसद ने अपनी पार्टी को बताया 'असली', भड़की NCP ने कहा- 'ब्रांड हमेशा ब्रांड होता है'