कोलकाता: पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पंजाब तथा असम में BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का विपक्ष ने विरोध किया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसे पश्चिम बंगाल की सरकार ने इस फैसले को ‘तर्कहीन फैसला’ बताते हुए बोला कि यह ‘संघवाद पर सीधा हमला’ करार दिया है, जबकि पश्चिम बंगाल ने नेता प्रतिपक्ष तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसका स्वागत करते हुए बोला कि इससे बॉर्डर पर हो रही ड्रग तस्करी तथा गाय तस्करी पर लगाम लगाने में सहायता प्राप्त होगी। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, इन तीन प्रदेशो में BSF का क्षेत्र इंटरनेशनल बॉर्डर से 50 किलोमीटर अंदर तक होगा। पहले यह दायरा 15 किलोमीटर था। BSF के अफसर पुलिस की भांति ही तलाशी, जब्‍ती तथा गिरफ्तारी कर सकते हैं। BSF अफसरों का कहना है कि इससे अब उन्हें घुसपैठियों पर लगाम लगाने में सहायता प्राप्त होगी। शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, “मैं भारत के माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी को शुभकामनाएं देता हूं। उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल की सीमा को मजबूत करने से नशीले पदार्थों तथा गाय की तस्करी और घुसपैठ के मुक्त बहने वाले अवैध व्यापार को ख़त्म कर दिया जाएगा, जो पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तथा पुलिस के संरक्षण में परिचालित हो रही है।” दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल के यातायात मंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हकीम ने बताया कि केंद्र सरकार ‘देश के संघीय ढांचे का उल्‍लंघन’ कर रही है। फिरहाद हकीम ने बताया क‍ि ‘कानून और व्‍यवस्‍था प्रदेश का विषय है मगर केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से दखल देने का प्रयास कर रही है। तेज प्रताप ने दिया चौंकाने वाला बयान, बोले- मैं चाहता हूँ तेजस्वी बने सीएम... तालिबान ने प्रतिकूल सदस्यों को निष्कासित करने के लिए बनाया आयोग महानवमी पर अखिलेश ने दी रामनवमी की बधाई, भाजपा का हमला- जनता को मत पहनाइए 'टोपी'