हिन्दू धर्म में देवउठनी एकादशी का खास महत्व है. इस वर्ष देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को मनाई जाएगी. देवउठनी एकादशी को छोटी दिवाली भी कहा जाता है. देवउठनी एकादशी दिवाली के ग्यारवें दिन आने वाली एकादशी को बोला जाता है. इस दिन देशभर में शादियों का सीजन भी आरम्भ हो जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को सृष्टि के संचालक प्रभु श्री विष्णु तथा समस्त देव चार महीने के पश्चात् विश्राम से जागते हैं, इसलिए इस दिन जब देव उठते हैं तो उसे देवउठनी एकादशी कहते हैं. देवोत्थान एकादशी को श्रीहरि योग निद्रा से जागेंगे। उसके साथ ही सनातनी परिवारों में विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश आदि मांगलिक कार्य आरम्भ हो जाएंगे। नवंबर से मार्च, पांच महीने में इस बार 53 विवाह मुहूर्त मिलेंगे। 5 माह में विवाह मुहूर्त:- 23 नवंबर को हरि प्रबोधिनी एकादशी है, इस दौरान तुलसी विवाह की धूम रहेगी, वही नवंबर से मार्च के बीच विवाह के 52 मुहूर्त हैं. 2023 में नवंबर 24, 27, 28 एवं 29 दिसंबर 03, 04, 05, 06, 07, 08,09, 13 एवं 14 2024 में जनवरी 16,17,18, 20,21,22,27,28,29,30 एवं 31 फरवरी 01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27 एवं 29 मार्च 01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 11 एवं 12 देवउठनी एकदशी पर इन आरतियों से संपन्न करें पूजा, भगवान विष्णु के साथ माँ तुलसी भी होगी प्रसन्न देवउठनी एकादशी पर जरूर करें तुलसी की इस स्तुति का पाठ, मिलेगी धनसंपदा और ऐश्वर्य का आशीर्वाद आंवला नवमी पर अपना लें ये खास उपाय, बरसेगी भगवान विष्णु की कृपा