'मस्जिदों पर एक भी लाउड स्पीकर नहीं रहेगा, अगर हम..', राज ठाकरे का बड़ा बयान

मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अमरावती में एक जनसभा में मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों का मुद्दा उठाया। उन्होंने ऐलान किया कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह राज्य में किसी भी मस्जिद से लाउडस्पीकर हटवा देंगे। ठाकरे ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे के कार्यकाल के दौरान मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए थे, जिसके कारण उनके समर्थकों के खिलाफ 17,000 मामले दर्ज हुए थे।

राज ठाकरे ने आगे कहा कि यदि उन्हें सत्ता दी जाती है, तो वह यह सुनिश्चित करेंगे कि महाराष्ट्र में एक भी मस्जिद पर लाउडस्पीकर न हो। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मुस्लिम नेता मस्जिदों से फतवे जारी कर महा विकास अघाड़ी (MVA) के लिए वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा, राज ठाकरे ने शरद पवार और उनकी पार्टी एनसीपी की आलोचना की। ठाकरे ने पवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य के अन्य हिस्सों, खासकर मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों की उपेक्षा की है और केवल बारामती के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। ठाकरे ने कहा कि पवार ने बारामती में उद्योग स्थापित करने के लिए काम किया, लेकिन राज्य के अन्य क्षेत्रों की सुध नहीं ली।

राज ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं, किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, और युवा रोजगार के लिए दूसरे शहरों में जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन गंभीर मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए जाति और आरक्षण से जुड़े मुद्दों को उछाला जा रहा है। ठाकरे ने कहा कि शरद पवार ने पिछले 40 वर्षों में केवल बारामती के बारे में सोचा और महाराष्ट्र के व्यापक हितों पर ध्यान नहीं दिया। 

राज ठाकरे ने कहा कि मराठवाड़ा के लोग हिंदुत्व विचारधारा के अनुयायी थे, लेकिन 1999 में एनसीपी के गठन के बाद पवार ने जाति की राजनीति शुरू की। ठाकरे ने आरोप लगाया कि किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं और युवा खेती से दूर जा रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की भी आलोचना की और कहा कि यह राज्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।

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