हमारे जितने भी पुराण है उनमे पहले से ही भविष्य में मनुष्य के पतन के 5 कारण बताए गए है. निचे दिए गए कारण मनुष्य की 5 बुरी आदत है जो व्यक्ति के विनाश का कारण बनती है. यदि किसी व्यक्ति को ये आदत लग जाती है तो उसके साथ साथ उसके परिवार की भी सुख शान्ति समाप्त हो जाती है. आज हम व्यक्ति की इन्ही 5 बुरी आदतों के बारे बताएँगे जिससे आप इसे दूर करके अपने जीवन को सफल बना सकते है. काम वासना जब किसी व्यक्ति को काम वासना की आदत लग जाती है तो उसके जीवन के सुखों का नाश होना प्रारंभ हो जाता है. इस आदत से ग्रसित व्यक्ति अपने साथ साथ अपने परिवार की सुख शान्ति का भी नाश करता है. उस व्यक्ति के जीवन से धन, सुख, शान्ति, विनम्रता ये सभी समाप्त हो जाती है. क्रोध क्रोध भी मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है. जब यह व्यक्ति पर हावी होता है तो उसके विवेक, सहनशीलता तथा विनम्रता का नाश कर देता है. जिससे उसके पारिवारिक रिश्तों का नाश होता है. क्रोध के कारण व्यक्ति दुसरे का ही नहीं अपितु अपना भी अहित करता है. क्योकि क्रोध में व्यक्ति को उचित अनुचित का ज्ञान नहीं होता है. अहंकार इतिहास गवाह है अहंकार जिस व्यक्ति ने भी किया है उसका सम्पूर्ण विनाश हुआ है. रावण,कंश,दुर्योधन,जरासंध और बाली जो महा बलशाली थे. किन्तु अपने अहंकार के कारण सभी ने अपना सर्वस्व गवां दिया था. इसलिए किसी भी व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए. मोह जब कोई व्यक्ति किसी से भी अत्यधिक प्रेम करने लगता है तो उसे मोह कहते है. मोह मनुष्य की बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है तथा उसके ज्ञान के सभी द्वार बंद हो जाते है. जिससे उसे केवल वह ही उचित लगता है जिससे वह मोह करता है. जो बाद में उसके विनाश का कारण बनता है. लालच लालच व्यक्ति के विनाश का सबसे बड़ा कारण है. जब भी व्यक्ति किसी दुसरे की वस्तु, धन आदि का लालच करता है. वह उसके विनाश की ओर बढ़ने का पहला कदम होता है. जब वह उसे पाने का प्रयास करता है तो वह अपने विनाश के रास्ते अग्रसर होने लगता है और एक दिन उसका विनाश होना निश्चित हो जाता है. इसलिए व्यक्ति के पास जो भी है उसे उतने में ही संतोष करना चाहिए. नवरात्री पर 10 महाविद्या, दिलाती है हर समस्या से छुटकारा देश के हर राज्य में नवरात्रि के अनेक रंग... पितृ पक्ष : एक ही दिन में सभी पितरों का श्राद्ध (महालया अमावस्या)