नई दिल्ली: ड्रग्स मुक्त भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने दिल्ली में ‘मिशन स्पंदन’ के तहत पांच प्रमुख आध्यात्मिक संगठनों के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य नशे और दवाओं के दुरुपयोग से निपटना और जागरूकता फैलाना है। NCB के महानिदेशक अनुराग गर्ग ने कहा कि मिशन स्पंदन नशा मुक्त भारत के प्रयासों को एकजुट करता है। एनसीबी की ओर से आनंद प्रकाश तिवारी (डीडीजी, विशेष विंग) ने इस MOU पर हस्ताक्षर किए। इसमें आर्ट ऑफ लिविंग, प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी, इस्कॉन, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन और राम चंद्र मिशन जैसे संगठनों की भागीदारी है। इस समझौते के तहत, NCB तकनीकी सहायता और शैक्षिक संसाधन प्रदान करेगा और स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करेगा। आध्यात्मिक संगठन अपने जमीनी स्तर के नेटवर्क का उपयोग करके लोगों को जागरूक करेंगे और नशे की चपेट में आए लोगों की मदद करेंगे। 2018 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 15.3 करोड़ लोग नशे के आदी हैं, जिनमें सबसे ज्यादा शराब और गांजा शामिल है। 10-17 साल के करीब 2 लाख युवक हेलुसीनोजेन (दिमागी भ्रम पैदा करने वाली ड्रग्स) का सेवन करते हैं, जबकि 18-75 साल के 11 लाख लोग इसका उपयोग करते हैं। देश भर में एनसीबी लगातार ड्रग्स और अन्य नशे की सामग्री जब्त कर रहा है। युवाओं में नशे की बढ़ती लत को रोकने के लिए यह अभियान जरूरी कदम है। इस पहल के जरिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे और नशा छोड़ने में लोगों की मदद की जाएगी। शादी में बिन बुलाए खाना खाने पहुंच गए छात्र, फिर जो हुआ वो कर देगा-हैरान केरल में बड़ा हादसा, 5 MBBS छात्रों की हुई दर्दनाक मौत 'कोर्ट बिना तथ्य के आदेश नहीं देता है', मस्जिद के सर्वे पर बोले चिराग पासवान