पांच फरवरी केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) अधिनियम संशोधन विधेयक 2020 को बुधवार को मंजूरी दी|जिसमें पांच आईआईटी को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई । वही बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं को बताया कि देश में 25 आईआईआईटी हैं जिनमें से 20 आईआईआईटी को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्रदान किया जा चुका है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि 5 आईआईआईटी को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा साल 2017 में प्रदान नहीं किया जा सका था क्योंकि कई पाठ्यक्रम शुरू नहीं हुए थे । अब ये कोर्स शुरू हो गए हैं। जावड़ेकर ने कहा कि सूरत, भोपाल, भागलपुर, अगरतला और रायचूर में स्थिति इन पांच आईआईटी को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा प्रदान करने का निर्णय किया गया है । इससे ये संस्थान डिग्रियां प्रदान कर सकेंगे, छात्र पीएचडी कर सकेंगे और दुनिया में इन संस्थानों की साख बनेगी । आपकी जानकारी के लिए बता दें की मंत्री ने बताया कि आईआईटी में सूचना और प्रौद्योगिकी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, ऐसे में इन संस्थाओं से छात्रों को तुरंत कैम्पस प्लेसमेंट भी मिल जाता है। इसके लावा आज के फैसले के बाद सभी 25 आईआईटी को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा मिल जायेगा । अपने करियर को बेहतर करने के लिए अपनाये यह टिप्स ICAI CA 2020: परीक्षा के पंजीकरण हुए शुरू, जानिये कैसे करें आवेदन जूनियर रिसर्च फेलो के पदों पर भर्ती, मिलेगा आकर्षक वेतन