आजकल के व्यस्त जीवनशैली के कारण, कई लोग अपने खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, रेडी-टू-ईट फूड्स का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। ये खाद्य पदार्थ इसलिए लोकप्रिय हो रहे हैं क्योंकि इन्हें जल्दी तैयार किया जा सकता है और ये स्वादिष्ट भी होते हैं। लेकिन, विशेषज्ञों का कहना है कि रेडी-टू-ईट फूड्स में कई प्रकार के प्रिजरवेटिव्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। स्वास्थ्य पर प्रभाव रेडी-टू-ईट फूड्स का बढ़ता प्रचलन मुख्य रूप से उनकी तैयारी में कम मेहनत और अच्छे स्वाद के कारण है। हालांकि, इन खाद्य पदार्थों में प्रिजरवेटिव्स, आर्टिफिशियल कलर्स और फ्लेवर्स की अधिकता होती है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं। सोडियम की अधिकता रेडी-टू-ईट फूड्स की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए इनमें अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल किया जाता है। इससे शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, जो हृदयाघात, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकती है। नमक का अधिक सेवन शरीर में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की कमी भी कर सकता है। अधिक कैलोरी इन खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना होती है। रेडी-टू-ईट फूड्स को बनाना तो आसान है, लेकिन यह आपकी सेहत को कई प्रकार से नुकसान पहुँचा सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि रेडी-टू-ईट फूड्स का सेवन कम किया जाए। इन खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, और लंबे समय में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। स्वस्थ और संतुलित आहार के लिए ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना हमेशा बेहतर होता है। रेडी-टू-ईट फूड्स में छिपे होते है कई कीटाणु आज ही हो जाएं सावधान ब्लोट मारो: एक स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए सरल आहार परिवर्तन प्रेग्नेंसी में डेंगू होने पर महिलाएं क्या करें? जानिए एक्सपर्ट्स की राय