श्रावण माह की शुरुआत हुए का पूरा एक सप्ताह बीत चुका है। सावन की शुरुआत इस बार सोमवार, 6 जुलाई को हुई थी। वहीं अब सावन का दूसरा सोमवार है। इस बार सावन माह में कुल 5 सोमवार आएंगे। अंतिम सोमवार सावन की पूर्णिमा को यानी कि रक्षाबंधन के दिन है। सावन माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए हैं। उन्हीं में से एक उपाय है शिव के मन्त्रों का जाप करना। ये मन्त्र भक्तों की हर पीड़ा को हर लेते हैं। आइए तो जानते हैं तीनों लोकों के स्वामी भगवान शंकर के कुछ चमत्कारिक और प्रभावशाली मन्त्रों के बारे में। ये हैं भगवान शिव के प्रभावशाली मंत्र – ॐसाधो जातये नम:।। ॐ वाम देवाय नम:।। ॐ अघोराय नम:।। ॐ तत्पुरूषाय नम:।। ॐ ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।। महामृत्युंजय मंत्र मानव शरीर को यह मंत्र निरोगी बनाए रखने में फायदेमंद साबित होता है। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ रूद्र गायत्री मंत्र ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।। शिव जी का मूल मंत्र ॐ नमः शिवाय। भगवान शिव के मूल मन्त्र की बात करें तो ॐ नमः शिवाय शिव जी का मूल मंत्र है। इस मंत्र के पाठ से शिव जी अपने भक्तों की हर पीड़ा को हर लेते हैं। इस मंत्र का जप कोई भी बेहद आसानी के साथ कर सकता है । सावन के महीने में जानिए शिव जी के 3 विशेष अवतार महाकाल लवर हैं रेमो डिसूज़ा, सावन माह में किया यह बेहतरीन काम सावन में शिवपुराण के अनुसार करने चाहिए यह सरल टोटके