झूलन गोस्वामी भारतीय क्रिकेट टीम में एक सफल खिलाड़ी के रूप में शामिल हुई हैं। यहां बता दें कि झूलन का जन्म 25 नवम्बर 1983 को चकदा प. बंगाल में हुआ था। बता दें कि 5 फुट 11 इंच लंबी झूलन को 24 वर्ष की आयु में आई.सी.सी. का महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया है। उनकी मां का नाम झरना तथा पिता का नाम निशित गोस्वामी है। उनके पिता इंडियन एयरलाइंस में कार्यरत हैं, झूलन को बाबुल नाम से भी पुकारा जाता है। इतिहास रच विश्व विजेता बनी 'मैरी कॉम', रोते हुए देश को समर्पित की यह ख़ास उपलब्धि बचपन में झूलन पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं। जब उनके साथ खेलती थीं तो वे उन्हें गेंदबाजी नहीं करने देते थे क्योंकि वह बहुत धीमी गति से गेंद फेंका करती थीं और बच्चे उनकी गेंद पर चौक्के-छक्के लगाते थे। लड़के झूलन की गेंदबाजी का मजाक बनाया करते थे। इससे उन्हें गेंदबाज बनने की प्रेरणा मिली। उन्होने अपनी गेंदबाजी की ओर ध्यान देना आरम्भ किया। इसके बाद एम.आर.एफ. एकेडमी से ट्रेंनिग लेकर झूलन ने कुछ टिप्स प्रसिद्ध खिलाड़ी डेनिस लिली से भी लीं। इसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और वह 120 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने लगीं जितनी गति प्राय: पुरुषों की टीम में होती है। फिरकी के जाल में उलझे कैरेबियन बल्लेबाज़, तीसरे दिन ही बांग्लादेश ने जीता टेस्ट आज उनकी गेंदबाजी एकदम सटीक रहती है। उनके रनअप में गजब लयबद्धता है। झूलन अपने कोच की प्रशंसा करना नहीं भूलतीं। महिला क्रिकेटर ऑफ द इयर चुने जाने पर झूलन का अपने कोच स्वपन साधु, के बारे में कहना था-मेरे माता-पिता मेरे बारे में चिंता करते रहते थे लेकिन मेरे कोच स्वपन साधु ने उन्हें समझाया कि अब महिलाएं भी क्रिक्रेट खेलती हैं और पास में ही कोलकाता में महिला क्रिकेट खेली जाती है। मैं तब 13 वर्ष की थी जब मेरे माता-पिता ने कोलकाता जाकर क्रिकेट खेलने की अनुमति दे दी। आज मैं जहां भी हूं अपने कोच के ही कारण हूँ। खबरें और भी सैयद मोदी बैडमिंटन: सेमीफइनल में पहुंचे साइना नेहवाल और समीर वर्मा क्रिकेट मैच में रन की जगह बरसी गोलियां, 7 लोगों की हुई मौत इस भारतीय गेंदबाज़ ने बनाया विश्व रोर्ड, हैटट्रिक के साथ लिए एक ओवर में 4 विकेट