शनिदेव को कर्मफल दाता के नाम से जाना जाता है, जो व्यक्ति के कर्मो का निर्धारण कर उसे उचित फल प्रदान करते हैं. यदि कोई व्यक्ति बुरे कर्म करता है, तो वह शनिदेव के दंड से नहीं बच सकता. लेकिन कई बार व्यक्ति अनजाने में कुछ ऐसे कार्य भी कर जाता है, जो उसे शनिदेव के क्रोध का भागी बनाते हैं, जिससे उसके जीवन में बहुत सी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं. इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए यदि व्यक्ति हनुमान जी की शरण में जाता है, तो उनके विशेष दिन मंगलवार को कुछ आसान से उपाय अपनाता है, तो उसे शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही इन उपायों को शनिवार के दिन भी किया जा सकता है. क्योंकि शनिवार का दिन हनुमान और शनिदेव की पूजा का दिन माना गया है. आइये जानते हैं वह उपाय कौन से हैं? किसी भी शनिवार या मंगलवार को प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात किसी नवग्रह के मंदिर में जाकर हनुमान जी व शनिदेव की पूजा करें. पूजा के दौरान शनिदेव को अक्षत, तेल, काले तिल, काले वस्त्र और हनुमान जी को सिंदूर लाल चंदन, फल, अक्षत व लाल वस्त्र अर्पित करें. पूजा समाप्त होने के पश्चात शनिदेव को तेल व तिल से बने व्यंजन और हनुमान जी को गुड़ से बने व्यंजन का भोग लगाएं. इस उपाय को करने से हनुमान जी की कृपा से आपकी सभी प्रकार की शनि पीड़ा दूर हो जाती है और आपके सभी कष्टों का नाश होता है. यह उपाय आपको शनि देव की कृपा का भी पात्र बनाता है, जिससे शनिदेव अनजाने में की गई आपकी सभी गलतियों को क्षमा कर देते हैं. शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनिदेव होते हैं इस काम से जल्दी प्रसन्न इस हनुमान जयंती पर करें शनि की पीड़ा से मुक्त करने वाले ये उपाय हनुमान जी के जीवन से जुड़े ये रहस्य आपको भी अचंभित कर देंगे ये है वे उपाय जो आपको शनिदोष और तनाव से मुक्ति दिलाते है